नई दिल्ली- लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। एक तरफ जहां बीजेपी यूपी में 80 के तहत पार्टी संगठन को और मजबूत करने में जुटी है। तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया भाजपा को रोकने के लिए अपनी रणनीति बना रही है। 2024 में सपा कांग्रेस और आरएलडी जैसे बड़े राजनीतिक दल एक साथ दिख रहे हैं विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया ने अभी सीट शेयरिंग कोई फार्मूला तय नहीं किया है। पर महाराजगंज सीट पर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनाथ का दवा ठोकती हुई नजर आ रही है।
महाराजगंज सीट और चुनाव लड़ेगी सुप्रिया श्रीनेत
हमारे सहयोगी ने खास कार्यक्रम मंच में शिरकत करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्री नेत्र उत्तर प्रदेश की राजनीति पर कई सवालों में जवाब दिया वही जब कांग्रेस प्रवक्ता से पूछा गया। कि क्या उत्तर प्रदेश की महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस के खाते में आ सकती है। इस सवाल पर उन्होंने कहा मुझे नहीं पता पार्टी का किसके साथ गठबंधन होगा और कौन-कौन सी सीट पर कांग्रेस लड़ेगी पर महाराजगंज सीट से मैंने अपनी दावेदारी जरूर होगी।
आगे उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि लोकसभा सांसदों के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का ऐसा हाल होना क्या आपको छोड़ता नहीं है। इसके जवाब में कांग्रेस नेता ने कहा कि यह बिल्कुल लगता है कि उत्तर प्रदेश में हमारा जो स्थान होना चाहिए वह नहीं है। यह बात हमें परेशान करती है प्रियंका गांधी के नेतृत्व में हमने कई तरह की कोशिश है कि यूपी में पार्टी को मजबूत की पर यह भी एक सच है। कि क्षेत्रीय पार्टी का दबदबा बढ़ा है। देश में कई ऐसे राज्य हैं। जहां न भाजपा और ना ही कांग्रेस व क्षेत्रीय पार्टियां ही है।
बता दे कि उत्तर प्रदेश में 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सिर्फ रायबरेली की सीट जीती थी यहां तक की राहुल गांधी भी अमेठी से चुनाव हार गए थे 2019 के चुनाव में ही महाराजगंज लोकसभा सीट से कांग्रेस ने सुप्रिया श्री नेट को अपना उम्मीदवार बनाया था पर उन्हें हर का मुंह देखना पड़ा था भाजपा के पंकज चौधरी इस सीट पर जीत हासिल कर चुके थे।