नई दिल्लीः भारत के तीसरे मून मिशन चंद्रयान-3 लॉन्च कर दिया गया है, जिसने अंतरिक्ष में स्थित चंद्रमा की तरफ को उड़ान शुरू कर दी है। चंद्रयान-3 को इस बार आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से छोड़ा गया है। अगर इस बार उपलब्धि मिली तो फिर हमारा देश एक बड़ा इतिहास बना देगा। चंद्रयान- चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से में लैंडिंग करेगा, जो नासा जैसी संस्थाओं के लिए भी मिसाल बनेगा।
मतलब साफ-साफ शब्दों में कहें तो जो काम नासा नहीं कर सका वो हमारा इसरो करने वाला पहला संगठन बन जाएगा। चंद्रयान-3 बनाने में इस बार करीब 615 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार हुआ है,जो चंद्रायन टू से काफी ज्यादा है।
इसरो का ये मिशन करीब 50 दिन की यात्रा के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंडिंग करता दिखाई देगा। चंद्रयान-3′ को भेजने के लिए LVM-3 लॉन्चर का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही इसरों के वैज्ञानिकों को देशभर से बधाई दी जा रही हैं, जिसके बाद हर कोई काफी उत्साह देखा जा रहा है।
करीब चार साल पहले चंद्रयान-2 चंद्रमा भेजा गया था, लेकिन लैंडिंग से कुछ सेकेंड पहले ही कनेक्शन टूट गया था, जिससे इसरो को निरक्षा जरूर हाथ लगी थी। भारत का यह मिशन सफल हो जाता है तो फिर चंद्रमा पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा
जानकारी के लिए बता दें कि इसरो ने वीरवार को को एक सोशल मीडिया पोस्ट कर चंद्रयान 3 मिशन लॉन्च की जानकारी साझा की थी। इसरो ने पोस्ट में कहा, ‘एलवीएम3एम4-चंद्रयान-3 मिशन: कल (शुक्रवार-14 जुलाई) को 14.35 बजे (अपराह्न दो बजकर 35 मिनट) पर किए जाने वाले प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
जानकारी के लिए बता दें कि इसरो ने इस बार काफी कुछ चीजों को पहले अपेक्षा अलग की हैं, जिसके बाद चंद्रयान को लॉन्च किया गया है। आम लोगों से लेकर देश की बड़ी-बड़ी हस्तियां भी इसरो वैज्ञानिकों के कदम का लोहा मान रही हैं।