Bihar Caste Survey Report: बिहार की जातीय जनगणना पर अखिलेश यादव का बड़ा बयान

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नई दिल्ली– देश में जातीय जनगणना का मुद्दा लगातार उठता जा रहा है। और इसको लेकर सियासत आप तेज हो गई। इस जाति जनगणना को लेकर कांग्रेस पार्टी समाजवादी पार्टी बिहार की सरकार दिल्ली की सरकार समेत विपक्षी जितना गठबंधन है। सब इसके पक्ष में खड़ा होता नजर आ रहा है। इस बीच हम आपको बता दें कि बिहार जाति जनगणना का अखिलेश यादव ने समर्थन किया है। क्या कुछ कहा है नीचे खबर में विस्तार से जानिए

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समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिहार की जाति जनगणना को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब जनता को यह पता चल जाता है कि हमारे समर्थन में हमारी जाति के कितने लोग हैं। तो जाति के अनुसार उनमें भरोसा हो जाता है। और एक दूसरे के प्रति संकल्प होकर कम से कदम मिलाकर चलने का काम करते यही नहीं अखिलेश यादव ने आगे कहा कि इससे सामाजिक में नफरत दूर होती और प्यार मोहब्बत बढ़ती है।

यही नहीं अखिलेश यादव ने तंग करते हुए केंद्र सरकार पर कहा कि पूरे देश में जातीय जनगणना होनी चाहिए जिससे कम से कम लोगों को अपनी जाति के लोगों के बारे में पता चले।

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अब हम आपको बता दें बिहार में क्या चल रहा है। बिहार में गांधी जयंती के मौके पर जाति जनगणना की रिपोर्ट दी गई। इसको लेकर सियासत तेज है हम आपको बता दे की बिहार में 13 करोड़ की आबादी है। वहीं अब बिहार में जाती है। जनगणना के रिपोर्ट के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं ने इस जाति जनगणना का समर्थन किया इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि अब पड़ा का भविष्य देश की राजनीति की दिशा तय करेगा।

अखिलेश यादव ने कहा कि जाति जनगणना किसी एक राज्य में नहीं बल्कि पूरे देश में होनी चाहिए जिससे कम से कम यह पता चल जाए कि किस जाति के कितने लोग हैं। और जो आपस में टकराव होते हैं उनसे बचा जा सके और किस तरीके से प्रदेश को और सुंदर और स्वच्छ और मानवता के साथ में प्यार व्यवहार और नफरत को दूर करने के लिए यह जाति जनगणना बहुत जरूरी है। यही नहीं जिस तरीके से जातिगत जनगणना 85 और 15 के संघर्ष का नहीं बल्कि सहयोग का नया रास्ता खोल सकती है इसलिए जाति जनगणना बहुत जरूरी है।

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