नई दिल्लीः माफिया अतीक अहमद और उसके छोटे भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। यह घटना प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज के पास हुई, जहां पुलिस उन्हें हथकड़ी में लेकर जा रही थी। पुलिस ने हमलावरों को हिरासत में ले लिया है। वारदात के बाद मेडिकल कॉलेज पर भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।
प्रयागराज के पुलिस कमिश्रर सहित बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। यहां फॉरेंसिक टीम भी जांच का काम कर रही है, जिसने कई सैंपल लिए हैं। फॉरेंसिक टीम ने यहां से जिंदे कारतूस सहित हथियार भी बरादमद किए हैं। उधर, अतीक अहमद की हत्या के बाद यूपी की कानूनी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो गए हैं कि पुलिस कस्टडी में कैसे कोई हमला कर सकता है। राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में अपने आवास पर हाई लेवल बैठक बुलाई है, जहां एडीजी लॉ एंड ऑर्डर सहित कार्यवाहक डीजीपी भी मौके पर पुहंच चुके हैं।
दो दिन पहले बेटे का हुआ था एनकाउंटर
माफिया अतीक अहमद के बेटे असद की दो पहले पुलिस के साथ मुठभेड़ में हत्या हो गई थी, जिसमें उसका साथी गुलाम भी मारा गया था। इसके बाद अतीक अहमद अपने बेटे के जनाजे में शामिल होना चाहता था, लेकिन वो अपराधी के रूप में पुलिस कस्टडी में था। पुलिस के मुताबिक, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों हमलावरों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ करने के लिए थाना ले गई है।
वहीं, सुब्रत पाठक ने कहा, ‘अतीक अहम और अशरफ की हत्या को निराशाजन बताया। ये क्यों और कैसे हुआ ये जांच का विषय है। अपने लंबे आपराधिक काल में इन दोनों ने जाने कितनों की हत्या या अपहरण किया होगा। ये बहुत बड़ा विषय है कि इनपर किसने हमला किया है।
जयंत सिंह ने भी उठाए कानून व्यवस्था पर सवाल
माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद जयंत सिंह ने कहा कि क्या ये लोकतंत्र संभव है, यह किसी जंगल राज से कम नहीं है। इनके सात ही कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि अशरफ और अतीक को गोली मार दी गई। पुलिस की मौजूदगी में, यह सब कुछ समझ आ रहा है। साथ ही उन्होंने इस घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।