नई दिल्ली: देशभर में होली (Holi) के त्यौहार की तैयारियां शुरू हो गई हैं. इस दिन लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं और धूमधाम से त्यौहार मनाते हैं. इस बार होली 13 और 14 मार्च को मनाई जाएगी. 13 मार्च को होलिका दहन होगा और उसके अगले दिन रंगों का त्यौहार मनाया जाएगा. प्रेमानंद जी महाराज ने वृंदावन में भक्तों को होली मनाने का तरीका बताया है. उन्होंने होली पर नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचने की सलाह दी है. प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि होली पर लोग शराब पीते हैं, गंदी हरकतें करते हैं, एक दूसरे पर कालिख पोतते हैं… ये लोग हिरण्यकश्यप की पार्टी हैं.

मूर्खता में कोई आनंद नहीं

अब इन्हें भी त्यौहार मनाना है तो कैसे मनाएं? तो ये कीचड़ से खेलते हैं, नालियों में गोबर करते हैं… ये हिरण्यकश्यप की पार्टी है. दूसरी साधुओं की पार्टी है, ये एक दूसरे पर गुलाल लगाते हैं, राम कृष्ण हरि कहते हैं और बैठकर पद गाते हैं और ठाकुरजी को गुजिया-मिठाई का भोग लगाकर आनंद लेते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी सभी देशवासियों से प्रार्थना है कि कोई भी नशा न करें। नशा त्यौहार को बिगाड़ देता है। होली पर भगवान का नाम लेकर, भजन गाकर होली का आनंद लेना चाहिए। नशे में होली का आनंद नहीं आता। नशे में मूर्खता हावी होती है और मूर्खता में कोई आनंद नहीं आता।

पीकर बदतमीजी करते

हमें खुशी-खुशी भाईचारा और प्रेम बनाना चाहिए, जो लोग हमें दुश्मन समझते हैं, हमें होली के दिन उनके घर जाना चाहिए और प्रेम से गुलाल लगाना चाहिए, दुनिया में हमारा कोई दुश्मन न हो, यही हमारी सबसे बड़ी प्रार्थना है। प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हमारा आचरण शुद्ध हो, हमारा व्यवहार शुद्ध हो, यही हमारी प्रार्थना है। बहुत से लोग शराब पीकर लड़ाई-झगड़ा करते हैं। कपड़े फाड़ देते हैं। शराब पीकर बदतमीजी करते हैं। होली ऐसे न मनाएं और ऐसा कुछ न करें।

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