Petrol and Diesel Price: पेट्रोल-डीजल के दाम (petrol-diesel price) काफी दिनों से सातवें आसमान पर चढ़े होने से ग्राहकों की जेब का बजट बिगड़ता जा रहा है. वैश्विक बाजार (international market) में कच्चे तेल की कीमत में काफी उठा-पटक देखने को मिल रही है, जिससे हर किसी की जेब का बजट बिगड़ता दिख रहा है. 18 जनवरी की 2025 की सुबह पेट्रोल-डीजल की कीमतों (petrol-diesel price) में मामूली बदलाव देखने को मिला, जिससे ग्राहकों को थोड़ी राहत जरूरी मिली.
बावजूद इसके कई महानगरों में पेट्रोल (petrol) सैकड़ा पार बिक रहा है, जबकि डीजल भी 90 रुपये प्रति लीटर से ऊपर दर्ज किया जा रहा है. अगर आप पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) भरवाना चाहते हैं तो दिल्ली, से मुंबई तक, पहले ताजा भाव की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. नीचे कई शहरों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों (petrol diesel price) को आसानी से जान सकते हैं.
इन शहरों में जानिए पेट्रोल-डीजल का भाव
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत (petrol price) 97.15 रुपये और डीजल का भाव (diesel price) 88.35 रुपये प्रति लीटर पर दर्ज किया जा रहा है. आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल 103.77 रुपये प्रति लीटर पर दर्ज किया गया. जबकि डीजल का भाव (diesel price) 94.09 प्रति लीटर पर ट्रेंड करता दिखा है.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पेट्रोल की कीमत (petrol price) 99.90 प्रति लीटर और डीजल का प्राइस (diesel price) 91.25 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिकता नजर आया. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में पेट्रोल 98.30 रुपये और डीजल का प्राइस (diesel price) 89.90 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिकता नजर आया. कर्नाटक की राजधानी बैंगलोर में पेट्रोल 99.75 रुपये और डीजल की कीमत 90.15 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिकता नजर आया है.
कच्चे तेल के दाम पर असर
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम (crude oil price) में स्थिरता बनी हुई है. 18 फरवरी 2025 को WTI क्रूड के दाम करीब $79 प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड का प्राइस $84 प्रति बैरल दर्ज किए गए. इससे भारतीय तेल कंपनियों को राहत की सांस मिली है. कच्चे तेल के दाम में स्थिरता के चलते स्थानीय बाजारों में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिला है.
पूर्ण बजट में मिल सकती राहत
केंद्र सरकार 1 फरवरी 2025 को देश का पूर्ण बजट पेश कर सकती है. उम्मीद है कि सरकार इस बार पूर्ण बजट में पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में ला सकती है. अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया गया तो कीमतों में कटौती हो सकती है. अभी केंद्र व राज्य सरकारें अपने-अपने टैक्स लगाती हैं.