नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए भीषण आतंकवादी हमले पर चीन की प्रतिक्रिया देर से ही सही, लेकिन आई है। भारत में चीनी दूतावास की ओर से जारी बयान में हमले पर गहरी संवेदना व्यक्त की गई है और पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की गई है। चीनी दूतावास ने कहा, “पहलगाम में हुए हमले से स्तब्ध हूं और इसकी निंदा करता हूं। वहीं पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना और घायलों और शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक सहानुभूति। हालांकि आतंकवाद के सभी रूपों का विरोध करें।

26 लोग मारे गए

यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है और पाकिस्तान की भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश कर रही है। बयान को भारत-चीन संबंधों की संवेदनशीलता और क्षेत्रीय स्थिरता के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण माना जा सकता है। बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा विवाद चल रहा है। कश्मीर के पहलगाम शहर के पास ‘मिनी स्विटजरलैंड’ के नाम से मशहूर एक पर्यटक स्थल पर मंगलवार दोपहर हुए आतंकी हमले में कम से कम 26 लोग मारे गए, जिनमें ज़्यादातर पर्यटक थे। वहीं पुलवामा हमले के बाद यह सबसे घातक हमला घाटी में हुआ है।

कोशिश नाकाम कर दी गई

उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर बुधवार को घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी गई। सेना ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। जम्मू-कश्मीर में नागरिकों पर हुए सबसे घातक आतंकी हमले के एक दिन बाद यह कोशिश नाकाम कर दी गई, जिसमें अनंतनाग जिले के जाने वाले रिसॉर्ट पहलगाम के पास घास वाले इलाके में 25 पर्यटक के साथ-साथ और एक स्थानीय व्यक्ति मारे गए थे। सेना की श्रीनगर स्थित चिनार कोर ने कहा कि दो से तीन अज्ञात आतंकवादियों ने उरी नाला के पास सरजीवन के सामान्य इलाके से घुसपैठ की कोशिश की। एलओसी पर तैनात सतर्क सैनिकों ने इस कोशिश को नाकाम कर दिया, जिसके बाद गोलीबारी हुई।

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