Credit Card Minimum Due Amount. हाल सालों में नौकरी पेश या फिर बिजनेसमैन के बीच क्रेडिट कार्ड का चलन तेजी से हो गया है। क्योंकि क्रेडिट कार्ड से खर्च करने के बाद यहां पर सैलरी मिलने पर पेमेंट कर दिया जाता है। जिससे महीने में आई इमरजेंसी पैसे की जरूरत और जरूरी खर्चो का काम चल जाते हैं।
अगर क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल आपके क्रेडिट स्कोर को मेंटेन किया रहता है अगर क्रेडिट कार्ड का यह नियम नहीं मालूम है तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब सकता है और कंपनियां क्रेडिट कार्ड आपसे वापस ले सकती है।
मिनिमम ड्यू अमाउंट पर होता है बड़ा नुकसान
आपको बता दें कि कई क्रेडिट कार्ड धारकों को लगता है, कि मिनिमम पेमेंट करने से क्रेडिट स्कोर से अच्छा रहेगा। हालांकि यह सही नहीं है। ध्यान देने वाली बात है कि अगर आप सिर्फ मिनिमम पेमेंट करते हैं तो इससे लेट फीस तो बच जाती है। लंबी अवधि में इससे बड़ा नुकसान होता है।
यदि यही आदत क्रेडिट कार्ड धारक अपनाते रहते हैं। तो लंबे समय में आपको बड़े नुकसान हो सकते हैं। जिसमें पहले क्रेडिट का स्कोर गिर सकता है। दूसरा आपको भारी ब्याज का बोझ बढ़ जाएगा। ऐसे में क्रेडिट कार्ड को लिमिट खर्च करने के बाद उसका बिल समय से चूकना चाहिए।
जानिए क्या है मिनिमम ड्यू अमाउंट
कई लोगों को तो पता नहीं होता है कि क्रेडिट कार्ड में मिनिमम ड्यू अमाउंट क्या होता है, बता दें ति मिनिमम अमाउंट यह पेमेंट तब भर जाता है जब आपके बिल ज्यादा का लेकिन यहां पर पूरा बिल भरने के पैसे नहीं होते हैं। जिससे मिनिमम अमाउंट आपके पूरे टोटल अमाउंट का कुल मिलाकर 5% होता है, जो जमा करना होता है। बैंक यहां पर मिनिमम अमाउंट ड्यू भरने से एक्स्ट्रा पेनल्टी नहीं लगाती है। जिससे लोगों के बीच में यह पॉपूलर है।
हालांकि लोगो की यह आदत क्रेडिट का इस्तेमाल समय से पेमेंट ना करना कई मायनों में खराब हो सकती है, जिससे धारक पर ब्याज का बोझ और क्रेडिट स्कोर भी गिर जाने का खतरा रहता है। आप को ध्यान में रखना चाहिए कि बिल पेमेंट ड्यू डेट से पहले आप उसका भुगतान कर देंगे।