GK Questions:  देश के सबसे छोटे एयरपोर्ट का नाम बलजेक है। जिसे तुरा एयरपोर्ट के नाम से जाना जाता है। यह एयरपोर्ट मेघालय राज्य के उत्तर-पूर्व में करीब 33 किलोमीटर दूर है। यह एयरपोर्ट इतना छोटा है कि यहां फ्लाइट उतारना पायलट के लिए किसी मुश्किल काम से कम नहीं है।

सिर्फ एक किलोमीटर लंबा है रनवे

अभी तक आपने देश में कई बड़े एयरपोर्ट देखे होंगे, लेकिन बलजेक जितना छोटा एयरपोर्ट देश में कहीं नहीं है। आमतौर पर एयरपोर्ट के रनवे कई किलोमीटर लंबे होते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बलजेक एयरपोर्ट का रनवे सिर्फ एक किलोमीटर लंबा है।

यहां सिर्फ छोटे विमान ही उतरते हैं

देश के सबसे छोटे एयरपोर्ट यानी बलजेक एयरपोर्ट का रनवे भी काफी छोटा है, इसलिए इस पर सिर्फ छोटे विमान ही उतरते हैं।

20 सीटर एयरप्लेन

बलजेक एयरपोर्ट को सिर्फ छोटे विमानों के लिए ही बनाया गया है। इस एयरपोर्ट को 20 सीटर एयरप्लेन डोर्नियर 228 के लिए ही बनाया गया था। हालांकि, बाद में इसके विस्तार की योजना भी बनी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका।

कब बना था बाल्जेक एयरपोर्ट

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाल्जेक एयरपोर्ट के लिए 1983 में केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके बाद 1995 में प्रस्ताव पास हुआ। तब जाकर इस एयरपोर्ट का निर्माण हुआ। इस एयरपोर्ट का निर्माण कार्य साल 2008 में पूरा हुआ और इसे बनाने में करीब 12 करोड़ 52 लाख रुपये की लागत आई।

बाल्जेक एयरपोर्ट का इतिहास और विकास

रिपोर्ट्स के अनुसार, बाल्जेक एयरपोर्ट के निर्माण के लिए सबसे पहले वर्ष 1983 में केंद्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया था। इसके बाद, लंबी प्रक्रिया के उपरांत यह प्रस्ताव वर्ष 1995 में स्वीकृत किया गया। एयरपोर्ट के निर्माण कार्य की शुरुआत के बाद इसे वर्ष 2008 में पूर्ण रूप से तैयार किया गया। इस परियोजना पर कुल लागत लगभग 12 करोड़ 52 लाख रुपये आई। आमतौर पर एयरपोर्ट के रनवे कई किलोमीटर लंबे होते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि बलजेक एयरपोर्ट का रनवे सिर्फ एक किलोमीटर लंबा है।