नई दिल्ली: पर्सनल लोन (Personal Loan ) आज के दौर में सबसे ज़्यादा लिए जाने वाले फाइनेंशियल प्रोडक्ट में से एक है। लोग इसका इस्तेमाल मेडिकल इमरजेंसी, शादी, घर की मरम्मत या किसी बड़े खर्च को पूरा करने के लिए करते हैं। यह बिना गारंटी वाला लोन (कोलैटरल फ्री) होता है, जिसे बैंक या फाइनेंशियल कंपनियां जल्दी प्रोसेस कर देती हैं। अगर आप पहली बार पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है। इससे आपके लोन के जल्द अप्रूव होने की संभावना बढ़ जाती है। यहां हम 5 ऐसे ज़रूरी पॉइंट बता रहे हैं, जिन्हें पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते समय ध्यान में रखना चाहिए।
- पर्सनल लोन की EMI कैलकुलेशन को समझना ज़रूरी है
अगर आपने पर्सनल लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले सही EMI यानी समान मासिक किस्त का अनुमान लगाना बहुत ज़रूरी है। EMI कैलकुलेट करने से आपको पता चल जाता है कि आपको हर महीने कितनी रकम चुकानी है और इससे आपकी जेब पर कितना असर पड़ेगा।आजकल ज़्यादातर बैंक और फाइनेंस कंपनियां ऑनलाइन EMI कैलकुलेटर की सुविधा देती हैं। HDFC बैंक, एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, बजाज फिनसर्व, कोटक बैंक जैसे बैंक अपनी वेबसाइट पर आसान EMI कैलकुलेशन टूल देते हैं।
इसमें आपको बस लोन की राशि, ब्याज दर और वह समय अवधि दर्ज करनी होगी जिसके लिए आप लोन लेना चाहते हैं। इसके बाद यह टूल आपकी मासिक EMI की गणना करके आपको बताता है। इससे आपको लोन चुकाने की योजना बनाने में मदद मिलती है और आप सोच-समझकर वित्तीय फैसले ले सकते हैं।
- क्रेडिट स्कोर बनाए रखें
आपका क्रेडिट स्कोर बताता है कि आपने अपने पिछले लोन या क्रेडिट कार्ड का भुगतान कितने समय पर किया है। अगर आपका स्कोर 750 से ऊपर है, तो लोन मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है और आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के तरीके:
सभी पुराने बिल समय पर चुकाएं
क्रेडिट कार्ड की पूरी लिमिट का इस्तेमाल न करें
अभी नया लोन लेने से बचें
- खर्च कम करें और समय पर भुगतान करें
अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपनी वित्तीय आदतों में सुधार करके अपना स्कोर बढ़ा सकते हैं। अनावश्यक खर्चों से बचें, पुराने बिल समय पर चुकाएं और क्रेडिट कार्ड लिमिट का कम से कम इस्तेमाल करें। इससे धीरे-धीरे आपका स्कोर बेहतर होगा और आपकी लोन पात्रता भी बढ़ेगी।
- पर्सनल लोन के लिए बार-बार आवेदन न करें
अगर आप एक साथ कई जगहों पर पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो इसका आपके क्रेडिट प्रोफाइल पर बुरा असर पड़ सकता है। दरअसल, जब भी आप लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक या लोन देने वाली कंपनी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करती है। इसे ‘हार्ड इंक्वायरी’ कहते हैं। अगर आपने एक साथ कई लोन कंपनियों में आवेदन किया है, तो आपकी क्रेडिट रिपोर्ट हर जगह से चेक की जाएगी। इससे बैंक को लग सकता है कि आप ‘क्रेडिट के भूखे’ हैं यानी आपको और लोन की जरूरत है।
इसकी वजह से आपका आवेदन खारिज हो सकता है और इसका आपके क्रेडिट स्कोर पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए, अलग-अलग जगहों पर लोन के लिए आवेदन करने की बजाय उसी बैंक या लोन कंपनी से लोन लेने की कोशिश करें, जहां आपका पहले से अकाउंट या संबंध है। इससे लोन अप्रूवल के चांस बढ़ जाते हैं और क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ता।
- ऑटो डेबिट सुविधा एक्टिवेट करें
अगर आप हर महीने EMI चुकाने की तारीख भूल जाते हैं, तो देश के बड़े बैंक और वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों को ऑटो डेबिट जैसी सुविधा देते हैं। इस सुविधा के ज़रिए आपकी EMI तय तारीख़ पर सीधे आपके बैंक खाते से कट जाएगी। इससे आप लेट फीस या EMI छूटने के जोखिम से बच जाएँगे।
ऑटो डेबिट क्यों फ़ायदेमंद है?
EMI समय पर कटेगी
देर से भुगतान करने पर लगने वाले शुल्क से बचें
क्रेडिट स्कोर पर असर नहीं पड़ेगा
बार-बार मैन्युअल भुगतान करने की ज़रूरत नहीं
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