PM Kisan Yojana: देशभर के किसानों के लिए खुशखबरी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) की 20वीं किस्त जून 2025 में जारी होने की उम्मीद है। इस किस्त के तहत देश के पात्र किसानों के बैंक खातों में सीधे 2,000 रुपये की आर्थिक मदद भेजी जाएगी। यह सहायता राशि किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने और खेती से जुड़े खर्चों में मदद करने के लिए दी जाती है। इससे पहले 19वीं किस्त 24 फरवरी 2025 को जारी की गई थी, जिसका लाभ देशभर के 9.8 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिला था।

योजना का उद्देश्य और लाभार्थी

पीएम किसान सम्मान निधि योजना का मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को प्रति वर्ष 6,000 रुपये की सहायता दी जाती है। यह राशि तीन बराबर किस्तों में, चार-चार महीने के अंतराल पर, सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। पिछली 19वीं किस्त में 2.4 करोड़ महिलाएँ भी लाभार्थियों में शामिल थीं, जो इस योजना की समावेशी प्रकृति को दर्शाता है।

पीएम किसान योजना की सफलता और विशेषताएँ

पीएम किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा तत्कालीन वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने 2019 के अंतरिम बजट में की थी और बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे औपचारिक रूप से लॉन्च किया था। आज यह दुनिया की सबसे बड़ी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) योजना बन गई है। इस योजना की खासियत यह है कि इसके तहत दी जाने वाली सहायता राशि सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है, जिससे बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है और पारदर्शिता बढ़ती है।

पीएम किसान योजना के तहत प्रति वर्ष तीन किस्तें जारी की जाती हैं। पहली किस्त अप्रैल-जुलाई के बीच, दूसरी किस्त अगस्त-नवंबर के बीच और तीसरी किस्त दिसंबर-मार्च के बीच जारी की जाती है। प्रत्येक किस्त में पात्र किसानों को 2,000 रुपये की राशि प्रदान की जाती है, जिससे पूरे वर्ष में कुल 6,000 रुपये की सहायता मिलती है। यह राशि सीधे किसानों के आधार से जुड़े बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि राशि सही व्यक्ति तक पहुंचे।

ई-केवाईसी की अनिवार्यता और प्रक्रिया

पीएम किसान योजना के तहत लाभ उठाने के लिए किसानों को अपना ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है। योजना की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, सभी पंजीकृत किसानों को ई-केवाईसी करवाना अनिवार्य है। किसान अपना ई-केवाईसी दो तरीकों से करवा सकते हैं- या तो योजना के पोर्टल पर ऑनलाइन ओटीपी के माध्यम से, या अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर जाकर बायोमेट्रिक केवाईसी करवाकर। इस प्रक्रिया से योजना में पारदर्शिता बनी रहती है और केवल वास्तविक लाभार्थी ही योजना का लाभ उठा पाते हैं।

लाभार्थी की स्थिति कैसे जांचें

किसान आसानी से अपना लाभार्थी का दर्जा जांच सकते हैं। इसके लिए उन्हें पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। वहां आपको ‘अपना स्टेटस जानें’ टैब पर क्लिक करके अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और कैप्चा कोड भरना होगा। इसके बाद ‘गेट डेटा’ पर क्लिक करने पर उनका स्टेटस स्क्रीन पर दिखाई देगा। इस सुविधा से किसान अपनी किस्त का स्टेटस जान सकते हैं और जरूरी कार्रवाई कर सकते हैं।