Aayushman card Yojana: आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना – PM-JAY) देश के गरीब और कमजोर वर्गों को 5 लाख रुपये तक का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियाँ और मापदंड हैं जिनके कारण कुछ लोग इस योजना के पात्र नहीं होते। आइए जानें, किन हालात में इस योजना का लाभ नहीं मिलता:

1. आयुष्मान योजना के बाहर रहने वाले लोग

जो लोग सरकारी नौकरी में हैं या पेंशनर हैं।

जिनके पास चौपहिया वाहन या कृषि यंत्र हैं।

जिनके पास कंक्रीट का पक्का घर, शस्त्र लाइसेंस, या संपत्ति कर चुकाने की क्षमता है।

10,000 रुपये या उससे अधिक मासिक आय वाले शहरी परिवार।

2. पहले से कवर बीमारियाँ

हालांकि आयुष्मान योजना में 1500+ से अधिक बीमारियों का इलाज कवर होता है, लेकिन कुछ स्थितियाँ/ट्रीटमेंट जैसे:

कॉस्मेटिक सर्जरी

फर्टिलिटी ट्रीटमेंट

नशामुक्ति से जुड़ी सेवाएं इनका इलाज इसमें नहीं होता।

3. योजना में नाम न होना

अगर SECC 2011 डेटा (ग्रामीण क्षेत्रों के लिए) या शहरी बेघर/मजदूर वर्ग की सूची में आपका नाम नहीं है, तो आप सीधे पात्र नहीं माने जाते।

हालांकि, कुछ राज्यों ने अपना खुद का पोर्टल शुरू किया है जिसमें आप नए आवेदन कर सकते हैं।

4. गलत दस्तावेज या पहचान न होना

यदि आपके पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, या योजना से जुड़ा गोल्डन कार्ड नहीं है, तो इलाज में परेशानी हो सकती है।

बिलकुल, आपने बहुत सटीक बात रखी। आयुष्मान योजना सिर्फ इन-पेशेंट यानी अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में ही लाभ देती है, ओपीडी (Out Patient Department) के इलाज इसमें शामिल नहीं हैं। अब आइए समझते हैं कि आयुष्मान कार्ड बनवाने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं:

आयुष्मान कार्ड के फायदे:

1. 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज

हर पात्र परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिलता है।

यह कवरेज परिवार के सभी सदस्यों पर लागू होता है, चाहे संख्या कुछ भी हो।

2. देशभर में कैशलेस इलाज

देश के 10,000+ सरकारी और निजी पैनल अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस इलाज संभव है।

मरीजों को अस्पताल में भर्ती के समय पैसा नहीं देना पड़ता।

3. गंभीर बीमारियों का इलाज

कैंसर, हृदय रोग, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरो सर्जरी जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज शामिल है।

4. कोई उम्र या परिवार के आकार की सीमा नहीं

योजना में किसी प्रकार की आयु सीमा नहीं है।

परिवार में कितने भी सदस्य हों, सभी को कवर किया जाता है।

5. ऑनलाइन वेरिफिकेशन और ट्रैकिंग

लाभार्थी अपने आयुष्मान कार्ड का स्टेटस ऑनलाइन देख सकता है।

इलाज का रिकॉर्ड भी डिजिटल रूप में उपलब्ध रहता है।

6. सरकारी और निजी अस्पतालों में समान सुविधा

योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में भी वही इलाज मुफ्त में मिल सकता है, जो सरकारी अस्पताल में मिलता है।

बिलकुल, आपने बहुत सटीक बात रखी। आयुष्मान योजना सिर्फ इन-पेशेंट यानी अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में ही लाभ देती है, ओपीडी (Out Patient Department) के इलाज इसमें शामिल नहीं हैं। अब आइए समझते हैं कि आयुष्मान कार्ड बनवाने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं:

आयुष्मान कार्ड के फायदे:

1. 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज

हर पात्र परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवरेज मिलता है।

यह कवरेज परिवार के सभी सदस्यों पर लागू होता है, चाहे संख्या कुछ भी हो।

2. देशभर में कैशलेस इलाज

देश के 10,000+ सरकारी और निजी पैनल अस्पतालों में कैशलेस और पेपरलेस इलाज संभव है।

मरीजों को अस्पताल में भर्ती के समय पैसा नहीं देना पड़ता।

3. गंभीर बीमारियों का इलाज

कैंसर, हृदय रोग, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरो सर्जरी जैसी गंभीर बीमारियों का इलाज शामिल है।

4. कोई उम्र या परिवार के आकार की सीमा नहीं

योजना में किसी प्रकार की आयु सीमा नहीं है।

परिवार में कितने भी सदस्य हों, सभी को कवर किया जाता है।

5. ऑनलाइन वेरिफिकेशन और ट्रैकिंग

लाभार्थी अपने आयुष्मान कार्ड का स्टेटस ऑनलाइन देख सकता है।

इलाज का रिकॉर्ड भी डिजिटल रूप में उपलब्ध रहता है।

6. सरकारी और निजी अस्पतालों में समान सुविधा

योजना से जुड़े निजी अस्पतालों में भी वही इलाज मुफ्त में मिल सकता है, जो सरकारी अस्पताल में मिलता है।