नई दिल्ली: Brain Chip by Elon Musk: टेक्नोलॉजी इतनी आगे पहुंच चुकी है कि आजकल AI (Artificial intelligence) को लेकर खूब बवाल मचा हुआ है, जिससे हर कोई नौकरी के खतरों की बात कर रहा है। वहीं इस बीच एक और टेक्नोलॉजी (Technology) या कहें इंसानी दिमागी खुराफात सामने आया है, जहां इंसान के दिमाग में चिप लगाईं जाएगी। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने यह एक हैरान करने वाली बात है, क्योंकि इससे फिजिकली साथ-साथ दूसरे बड़े और भी खतरे हैं।
चिप लगाने का कौन करेगा काम ?
आपको बता दें कि ये काम एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी न्यूरालिंक (Neuralink) करेगी। ये कंपनी काफी टाइम से इस स्मार्ट चिप (Smart Chip) पर काम कर रही है, जिसका ट्रायल अभी तक जानवरों पर किया गया है। और अब इसे इंसानों पर आजमाने के लिए FDA की मंजूरी भी मिल गई है। इसका ट्रायल के लिए कंपनी लोगों को नौकरी पर रखेगी, जिसका प्रोसेस आने वाले दिनों में शुरू कर दिया जाएगा। कंपनी ने दावा किया है कि इससे नेत्रहीन लोग फिर से देख सकेंगे और लकवे के शिकार लोग फिर से अपने पैरों पर चल सकेंगे।
क्यों लगाई जा रही चिप?
वैसे ऐसी खबर पहली बार नहीं आई है, इससे पहले भी दिमाग में चिप फिट करने को लेकर अलग अलग प्रयास किया जा चुका है। लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग और खतरनाक है, इस बार स्मार्ट चिप को इंसान के दिमाग में फिट कर दिया जाएगा। इससे जिस व्यक्ति पर चिप लगाई जाएगी उसके दिमाग में छेद कर, इंसान मुश्किल प्रोग्रामिंग लिखे बिना ही कंप्यूटर को अपनी बात को समझा सकेगा। इससे किसी भी डिवाइस से जोड़ा जा सकता है।
टेक्नोलॉजी की खुराफात पड़ेगी भारी
टेक्नोलॉजी का इस तरीके से इस्तेमाल करना क्या सही है? जरा सोचिए अगर ये टेक्नोलॉजी रिवर्स मोड में काम करने लगे, तो क्या? यूं समझिए कि अब तक जितनी भी टेक्नोलॉजी आई हैं फायदे के साथ उनकी खामियां भी रही है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि इसी तरह से दिमाग में चिप लगाने से इसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। एक तरफ जहां AI और रोबोट्स लोगों की नौकरी खा रहे है क्या इंसानों के दिमाग में चिप लगाने से इंसान रोबोट में बदल जाएगा।