नई दिल्लीः कोरोना वायरस संक्रमण की पहली और दूसरी लहर ने जमकर तांडव मचाया था, जिससे लाखों लोगों को जान गंवाने के साथ-साथ रोजगार से भी हाथ धोना पड़ा था। लॉकडाउन लागू होने से तमाम फैक्ट्रिया मंदी की चपेट में आ गई थी, जिसके बाद छंटनी में कर्मचारियों की सैलरी कटौती हुई और लाखों को नौकरी से बाय-बाय कर दिया।
अब नौकरी जाने का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। क्या आपको लगता है कि कोई कर्मचारी सात साल में पहले बार बे टाइम ऑफिस पहुंचे और उसे नौकरी से बेदखल कर दिया जाए, लेकिन यह सौ फीसदी सच है। इस मामले ने बाकी कर्मचारियों के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। एक कर्मचारी को महज इस बात पर नौकरी से निकाल दिया कि वह 20 मिनट देरी से पहुंचा था।
यह वाकया काम से निकाले गए कर्मचारी के एक सहयोगी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर एंटीवर्क फोरम में शेयर किया है। पोस्ट करने वाले यूजर के मुताबिक, उसके सहयोगी को 7 साल काम करते हो गए और वह पहली बार 20 मिनट देर से पहुंचा था। कंपनी ने महज 20 मिनट की देरी की बात पर उसके सहयोगी को नौकरी से निकाल दिया। हालांकि पोस्ट में यह नहीं बताया गया है कि यह मामला कहां का और किस कंपनी का है।
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- कर्मचारी कर रहे जमकर विरोध
रेडिट पर जानकारी देने वाले यूजर के मुताबिक, अब सभी कर्मचारियों ने कंपनी के इस फैसले का विरोध करने का निर्णय लिया है। उसने लिखा है, ‘अब कल से मैं भी काम पर देरी से जाऊंगा. सभी कर्मचारियों ने अब देरी से आने का फैसला किया है। कर्मचारियों की मांग है कि जल्द (निकाले गए कर्मचारी को) वापस काम पर बहाल किया जाए, नहीं तो आने वाले दिनों में भी आंदोलन जारी रहेगा।
- कंपनी की हो रही थू-थू
जानकारी के लिए बता दें कि तीन दिन पहले किए गए इस पोस्ट को यूजर्स तगड़ा रिस्पॉन्स दे रहे हैं। इसे अब तक करीब 80 हजार अप वोट मिल चुके हैं। इसके अलावा उक्त पोस्ट पर अन्य यूजर्स भी अपने-अपने अनुभव साझा कर रहे हैं कि उन्हें लेट होने पर कंपनी से किस तरह की प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ चुका है।