UPI Transaction के विषय में भारत सरकार एक बड़ी योजना बनाने की तैयारी में जुट गई है। इस प्लान के अनुसार फिनटेच स्टार्टअप के साथ भारत का UPI जुड़ने के ऊपर विचार कर रहा है। यह तो आपको मालूम ही होगा कि बीते कुछ सालों में भारत में कई सारी पेमेंट एप्लीकेशन ने कदम रखा है। इसीलिए भारत में बाहरी ऐप्स के बढ़ते दबदबे रोकने के उद्देश्य UPI इकोसिस्टम को विस्तार करने पर जोर दिया जा रहा है।
इस खबर के अनुसार जल्दी ही क्रेड, फ्लिपकार्ट, फैमपे और अमेज़न पे जैसे ऑनलाइन पेमेंट ऐप्स के एग्जीक्यूटिव के साथ नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) बैठक करने वाले है। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के बारे में बात की जाए तो भारत में इस समय गूगल पे और फोन पे राज कर रहा है। इसीलिए इनके राज को खत्म करने के लिए मास्टर प्लान बनाया जा रहा है।
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मार्केट में फोन पे और गूगल पे का कब्जा
फिलहाल मार्केट शेयर का 88% हिस्सा गूगल पे और फोन पे के पास है जो दर्शाता है कि अधिकतर भारतीय इन दोनों पेमेंट एप्लीकेशन का ही इस्तेमाल करते है। वही पेटीएम के मार्केट शेयर में गिरावट आई है। पेटीएम के पास वर्ष 2023 के अंत में 13% मार्केट शेयर था।
अभी यह शेयर घटकर 9% पर आ गया है जिसका मुख्य कारण रहा है RBI द्वारा लिया गया निर्णय। अतः इसी को देखते हुए NPCI चाहता है कि अन्य पेमेंट ऐप्स भी अपना मार्केट शेयर बढ़ाए। अन्य पेमेंट कैसे अपना मार्केट शेयर बढ़ा सकते है इसी को लेकर प्लान बनाया जा रहा है