नई दिल्लीः आपके घर में किसी व्यक्ति की पेंशन आ रही है तो फिर यह खबर बहुत ही बढ़िया साबित होने जा रही है, क्योंकि सुनहरे मौके बार-बार नहीं आते हैं। सरकार ने अब पेंशनभोगियों के लिए अब बढ़िया शुरुआत की है, जो हर किसी का दिल जीतने के लिए काफी है।
सरकार ने जारी किया गया बयान के अनुसार 17 पेंशन वितरण बैंकों, मंत्रालयों/विभागों, पेंशनभोगी कल्याण संघों इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय यूआईडीएआई की मदद से 50 लाख पेंशनभोगियों को लक्ष्य बनाकर इस कैंपने की शुरुआत की गई है।
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सरकार की तरफ से यह अभियान 30 नवंबर तक चलेगा, जो एक नवंबर से चल रहा है। इससे पेंशनभोगियों को बड़ा फायदा देखने को मिलेगा, जिसे जानना आपके लिए बहुत ही जरूरी है।
जानिए क्या है मकसद
केंद्र सरकार भारत के दूरदराज के हिस्सों में रहने वाले पेंशनभोगियों खासतौर से अति वरिष्ठ/बीमार/अक्षम पेंशनभोगियों तक जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के डिजिटल माध्यम को लाभ पहुंचाना चाहती है। इस जगह पर रोडस्टेप बैंकिंग सेवाओं का फायदा दिया जाना संभव माना जा रहा है।
बैंक शाखाओं में तय कर्मचारियों को एंड्रॉइड फोन से लैस करने का काम किया जा रहा है। पेंशनधारियों को जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए शाखा में जाएं तो इस तकनीक का उपयोग किया जाना तय है।
बेहद बीमार, बिस्तर से उठने अक्षम पेंशनभोगियों के डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र जमा कराने क लिए बैंक कर्मियों के लिए घर-घर जाने को कहा है। इसके बाद पेंशनभोगी को देरी किए बिना डीएलसी जमा करने की जानकारी के लिए जगह-जगह शिविरों को लगाए जा रहे हैं।
बायोमेट्रिक उपकरणों का होगा उपयोग
जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने साल 2014 में बायोमेट्रिक उपकरणों का उपयोग कर डीएलसी जमा करने की सुविधा शुरू करने का ऐलान किया गया था। उसी समय से इसका क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा है। आधार डेटाबेस पर आधारित फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नलॉजी सिस्टम विकसित करने के किए काम करने का फैसला किया गया था। इसके बाद यह तकनीक नवंबर 2021 में लॉन्च की गई थी। जानकारी के लिए बता दें कि सरकार की ओर से पेंशनधारियों के लिए नई-नई सुविधाएं चलाई जाती रही हैं। इसका फायदा लोगों को बड़े स्तर पर देखने को मिलता है।