नई दिल्ली MSSC VS SSY: मोदी सरकार की ऐसी स्कीम्स हैं जो कि सीधे महिलाएं और बेटियों को लाभ दे रही हैं। इसमें सरकार बेटियों की शादी और बेहतर फ्यूचर के लिए सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) है।
इसी प्रकार इस साल के बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण ने भी महिलाओं को लाभान्वित करने के लिए महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र नाम से एक स्पेशल सेविंग स्कीम की शुरुआत की है।
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इन दोनों ही सेविंग स्कीम पर सरकार महिलाओं को अच्छा खासा ब्याज प्रदान करती है। इस लेख में ये जानेंगे कि एसएसवाई और एमएसएससी में कौन सी स्कीम बेहतरीन है।
जानिए क्या है एसएसवाई स्कीम
बता दें मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में इस स्कीम की शुरुआत की थी। ये स्कीम 10 साल तक की बेटियों के लिए हैं। इसके तहत 250 रुपये की मामूली रकम में बेटी के नाम से खाता ओपन किया जा सकता है।
सरकर की तरफ से इस स्कीम पर 8 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाता है। इसके अलावा इसमें आप मैक्जिमम 1.5 लाख सालाना निवेश कर सकते हैं।
वहीं बेटी की आयु 18 साल होने पर पढ़ाई के लिए 50 फीसदी राशि निकाली जा सकती है। वहीं 21 साल की आयु में शादी के लिए राशि निकालने का प्रावधान है।
इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट प्रदान की जाती है। किसी भी बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस में इस खाते को ओपन किया जा सकता है।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र
इसी बीच में लॉन्च की गई इस स्कीम में निवेश की अवधि 2 साल है। निवश की सीमा मिनिमम 1 हजार रुपये से मैक्जिमम 2 लाख रुपये तक है। वहीं सरकार 7.5 फीसदी ब्याज देती है जो कि तिमाही आधार पर जमा किया जाता है।
पहले साल के बाद खाताधारक 40 फीसदी तक की राशि निकाल सकते हैं। ऐसे में मान लें अक्टूबर 2023 में ओपन किया गया है, तो अक्टूबर 2025 में मैच्योरटी मिल जाएगी। किसी भी बैंक या फिर पोस्ट ऑफिस में खाता ओपन भी करा सकते हैं।