योगी सरकार ने अपने राज्य में खाद्य सुरक्षा और किसानों को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल शुरू की है. अब सभी राशन कार्ड धारकों को मुफ्त वितरित होने वाले राशन में गेहूं और चावल के साथ बाजरा अनाज भी मिलेगा. इससे उन्हें पोषण और स्वास्थ्य का लाभ मिलेगा. साथ ही किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य भी मिलेगा.
योगी सरकार ने बाजरा खरीद का उचित मूल्य भी तय किया है, ताकि किसानों को उनकी मेहनत का पूरा लाभ मिल सके. इसके अलावा बाजरा की खरीद के लिए अधिक से अधिक क्रय केंद्र भी खोले जा रहे हैं, ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में कोई दिक्कत न हो.
मोटे अनाज के बहुत सारे फायदे
बाजरा एक प्रकार का मोटा अनाज है, जो भारत के कई राज्यों में उगाया जाता है. बाजरे में प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं. बाजरे का सेवन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, मधुमेह और मोटापे से बचाता है, पाचन और आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखता है, त्वचा और बालों को चमकदार बनाता है और प्रतिरक्षा को बढ़ाता है.
इसी को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने फरवरी 2024 से राशन में बाजरा शामिल करने का फैसला किया है. इससे राशन कार्ड धारकों को गेहूं और चावल के साथ एक और विकल्प मिलेगा, जिससे वे अपनी जरूरत और पसंद के मुताबिक अनाज ले सकेंगे. इससे उनकी खान-पान की आदतों में भी बदलाव आएगा और वे अधिक संतुलित और पौष्टिक आहार खा सकेंगे.
किसानो को भी होगा फायदा
योगी सरकार का ये फैसला किसानों के लिए भी काफी फायदेमंद है. बाजरा एक ऐसी फसल है जिसमें कम पानी, उर्वरक और कीटनाशकों की आवश्यकता होती है. इसके अलावा यहां बारिश के अनुकूल और बादल भी हैं. इसलिए किसान इसे आसानी से उगा सकते हैं और उनका खर्च भी कम होता है.