नई दिल्लीः देशभर में केंद्र व राज्य सरकारें अब एलपीजी सिलेंडर के इस्तेमाल को बढ़ाव दे रही हैं, जिससे लोग लकड़ी का प्रयोग ना करें। मोदी सरकार ने उज्जवला योजना शुरू कर करोड़ों लोगों को इससे जोड़ा, जिसका मकसद लकड़ी ईंधन के प्रयोग को कम करना है। इससे प्रदूषण के स्तर में भी सुधार आ सके, जिसके बाद से देश की बड़ी आबादी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कर रही है।
गरीबी श्रेणी में जीवन यापन करने वाले लोगों को केंद्र सरकार एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी भी दे रही है, जिससे लगातार प्रयोग बढ़ता जा रहा है। वैसे अब एलपीजी सिलेंडर के दाम सातवें आसमान पर हैं, जिसकी कीमत करीब 1,100 दर्ज की जा रही है। ऐसे में हर इंसान सिलेंडर की बारीकियों को जानना चाहता है।
आज हम सिलेंडर से जुड़ी एक महत्वपूर्ण तथ्य बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आपका दिल खुश हो जाएगा। आपने देखा होगा कि सिलेंडर चाहें भारत कंपनी का हो या फिर इंडेन का सभी लाल रंग के होते हैं। आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर गैस सिलेंडर का रंग लाल रंग का क्यों होता है। इसके लिए आपको हमारी खबर नीचे तक पढ़नी होगी।
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- एलपीजी सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है
अगर आपके मन में भी यह सवाल बार-बार उछल रहा होगा कि एलपीजी सिलेंडर का रंग लाल क्यों होता है तो फिर आपको हम नीचे बताने जा रहे हैं। एलपीजी सिलेंडर लाल रंग का होने की वजह है कि यह रंग खतरे का संकेत माना जाता है। सिलेंडर में एलपीजी गैस भरी जाती है, जो बहुत ही ज्वलनशील होती है।
यह गैस वैसे खाना पकाने के काम आती है, लेकिन यह लापरवाही में बहुत ही नुकसानदायक साबित होती है। इतना ही नहीं यह गैस आग को दूर से पकड़ लेती है, जिससे जान का खतरा भी बना रहता है। इससे बड़े हादसे की संभावना भी बनी रहती है। इसलिए एलपीजी की पहचान के लिए लाल रंग किया जाता है।
इसलिए ही गैस सिलेंडर के लाल होने के मुख्य दो कारण माने गए हैं। पहला लाल रंग खतरे का संकेत होता है, और एलपीजी सिलेंडर किसी खतरे से कम नहीं। दूसरा कारण सिलेंडर के अंदर मौजूद एलपीजी गैस की पहचान के लिए यह लाल रंग का होता है।