Mutual Fund की रेगुलर स्कीम में कर रहें निवेश, जान लें डायरेक्ट स्कीम के लाभ

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Adarsh Pal

नई दिल्ली Mutual Fund Scheme: देश की 57 लाख करोड़ रुपये की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में सीधा प्लान की शुरुआत को एक बड़ी पहल मानी जा सकती है। सेबी के निर्देश के बाद 1 जनवरी 2013 के बाद से सभी एसेट मैनेजमेंट अपनी ओपन एंंडेड स्कीमों के सीधा प्लान पेश किया है।

इंडस्ट्री के डेटा के अनुसार, म्यूचुअल फंड स्कीमों में करीब 45 फीसदी निवेश डायरेक्ट प्लान के द्वारा हो रहा है। डायरेक्ट प्लान के क्या लाभ हैं क्या सीधा प्लान का रिटर्न रेगुलर प्लान से ज्यादा होता है, क्या इसका एक्सपेंस रेशियो कम है। आइए इन सवालों के जवाब जानने का प्रयास करते हैं।

डायरेक्ट प्लान में कोई डिस्ट्रिब्यूटर्स और फाइनेंशियल एडवाइजर्स के द्वारा बेची जाती रही है। इंटरमीडियट की सर्विस के लिए एसेट मैनजेमेंट कंपनियां हैं उनको कुछ कमीशन देती हैं। ये एनएवी से दिया जाता है। इसका सीधा प्रभाव स्कीम के रिटर्न पर पड़ता है। इसका प्रभाव स्कीम की एनएवी पर भी पड़ता है। सीधे प्लान की शुरुआत के बाद से निवेशकों को सीधा स्कीम खरीदने की सुविधा मिलने लगी है।

डायरेक्ट प्लान और रेगुलर प्लान के रिटर्न में फर्क

डायरेक्ट प्लान और रेगुलर प्लान के रिटर्न के फर्क को समझने के लिए एक उदाहरण की सहयता की जा सकती है। मिडकैप के डायरेक्ट प्लान में मंथली 10 हजार रुपये के निवेश में 10 सालों के बाद 3.8 लाख रुपये तैयार होता है। दूसरी तरह का रिटर्न करीब 1.8 फीसदी ज्यादा है। इसमें 3.1 लाख रुपये का फर्क आता है।

डायरेक्ट प्लान का रिटर्न लॉग टर्म से ज्यादा

एएमसी निवेशक के पैसे को मैनेज करन के लिए कुल एक्सपीरियंस रेशियों चार्ज करती है। इस खर्च में निवेशक एंड एडवायजरी फीस, ट्रस्टी फीस, बाजार एंड सेलिंग एक्सपेंसेज और डिस्ट्रिब्यूटर्स का कमीशन मिलता है। इसका कैलकुलेशन फंड की एनएवी के आधार पर होता है। हर रोज की एनएवी का कैलकुलेशन इस प्रकार के खर्च को एडजस्ट करने के बाद किया जाता है। इस प्रकार का ये बोझ निवेशक चुकाता है।

डायरेक्ट प्लान से निवेश में बढ़ रही दिलचस्पी

डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियों कम होता है। क्यों कि डिस्ट्रिब्यूटर्स का कमीशन और एक्सपेंसेज आदि शामिल नहीं होता है। एसीईएमएफ के डेटा के अनुसार, इक्विटी फंडों के सीधा प्लान और रेगुलर प्लान के एक्सपेंस रेशियों का फर्क 30 से 190 बीपीएस के बीच में होता है। इस फर्क के कारण से ही डायरेक्ट प्लान के निवेशक को ज्यादा रिटर्न मिलता है। लॉन्ग टर्म में इस फर्क काफई असर होता है।

Adarsh Pal के बारे में
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Adarsh Pal आदर्श पाल छत्रपति शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी कानपुर से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त कर टाइम्सबुल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम कर रहे हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव। टाइम्सबुल में आने से पहले आदर्श पाल न्यूज बाइट और न्यूज चेकर हिंदी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। Read More
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