Government News: क्या सरकारी और प्राइवेट नौकरियों के लिए ग्रेच्युटी के नियम अलग-अलग होते हैं या नहीं जानें 

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Sanjay

Government News:कंपनियां अपने ईमानदार कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का तोहफा देती हैं. कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का लाभ तब मिलता है जब वे किसी संगठन में एक निश्चित अवधि के लिए कार्यरत होते हैं। अगर वह तय समय अवधि से पहले नौकरी छोड़ देता है या बदल लेता है तो उसे इसका लाभ नहीं मिलता है.

ऐसे में अक्सर यह सवाल उठता है कि क्या सरकारी और प्राइवेट नौकरियों के लिए ग्रेच्युटी नियम अलग-अलग हैं? हम आपको बता दें कि ऐसा नहीं है. अगर आप सरकारी कर्मचारी हैं या प्राइवेट नौकरी करते हैं तो भी ग्रेच्युटी के नियम आपके लिए समान हैं।

इसी महीने इलाहाबाद कोर्ट ने ग्रेच्युटी को लेकर आदेश दिया कि अगर कर्मचारी 60 साल के बाद रिटायरमेंट चुनता है या 62 साल में रिटायरमेंट लेता है तो उसे दोनों ही रूपों में ग्रेच्युटी का लाभ मिलेगा.

दरअसल, कई कंपनियां कर्मचारी को ग्रेच्युटी का लाभ नहीं देती थीं क्योंकि कर्मचारी ने 62 साल में रिटायरमेंट का विकल्प चुना था.

ग्रेच्युटी क्या है?

कंपनी द्वारा अपने कर्मचारियों को ग्रेच्युटी दी जाती है। जब कोई कर्मचारी एक ही संस्थान में 5 साल तक काम करता है तो उसे आभार स्वरूप ग्रेच्युटी मिलती है। ग्रेच्युटी का लाभ सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ निजी कर्मचारियों को भी मिलता है।

पेमेंट एंड ग्रेच्युटी एक्ट देश की सभी कंपनियों, फैक्ट्रियों, खदानों, तेल क्षेत्रों, बंदरगाहों और रेलवे पर लागू होता है। वहीं, अगर किसी कंपनी या दुकान में 10 से ज्यादा लोग भी काम करते हैं तो भी उन्हें ग्रेच्युटी का फायदा मिलता है।

ग्रेच्युटी कब मिलती है?

किसी भी संगठन में 5 साल तक काम करने के बाद कर्मचारी ग्रेच्युटी पाने के पात्र हो जाते हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह समय सीमा कम होती है. ग्रेच्युटी एक्ट की धारा-2ए के मुताबिक, अगर कोई कर्मचारी भूमिगत खदान में काम करता है तो वह लगातार 4 साल और 190 दिन पूरे होने पर ग्रेच्युटी का लाभ ले सकता है.

जबकि अन्य संगठनों में ग्रेच्युटी 4 साल 240 दिन  के बाद ही दी जाती है। ग्रेच्युटी का लाभ नौकरी छोड़ने या रिटायरमेंट के बाद मिलता है. इसका फायदा आप काम करते वक्त नहीं उठा सकते. यह लाभ आपको कंपनी से इस्तीफा देने पर मिलता है।

आपको बता दें कि नोटिस पीरियड को भी ग्रेच्युटी में गिना जाता है. दरअसल, नोटिस पीरियड भी ‘सतत सेवा’ के अंतर्गत आता है.

Sanjay के बारे में
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Sanjay मेरा नाम संजय महरौलिया है, मैं रेवाड़ी हरियाणा से हूं, मुझे सोशल मीडिया वेबसाइट पर काम करते हुए 3 साल हो गए हैं, अब मैं Timesbull.com के साथ काम कर रहा हूं, मेरा काम ट्रेंडिंग न्यूज लोगों तक पहुंचाना है। Read More
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