नई दिल्ली Home Loan: अधिकतर देखने में आता है कि ब्याज दर के बढ़ने से लोन और ईएमआई में भी इजाफा हो जाता है। देश की सबसे बड़ी बैंक आरबीआई ने बैंकों और नॉन फाइनेंस कंपनियों से कहा है कि फ्लोटिंग रेट लोन लेने वालों को उनके बोर्ड के द्वारा अप्रूव के अनुसार लोन को रीसेट करते समय ब्याज दरों में ऑप्शन दें। इस महीने 18 अगस्त को जारी एक पत्र में RBI ने कहा है कि लोन को रीसेट करने के समय लोन लेने वाले की EMI में इजाफा, अवधि के बदलने और एफडी रेट्स पर लोन को चुकाने का ऑप्शन होगा।
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फ्लोटिंग रेट से लोन लेने वालो को बड़ी राहत
केंद्रीय बैंक ने नोटिफिकेशन में कहा कि लोन की अवधि के समय किसी भी आंशिक या पूरे तरह से प्रीपेमेंट का ऑप्शन चुन सकते हैं बहराल जुर्माना और फोरक्लोजर चार्ज लगाना नियम में होगा। RBI के इस कदम से हायर इंटरेस्ट के प्रभाव से परेशान कर्जदारों के लिए ये राहत होगी। फ्लोटिंग रेट से लोन और पर्सनल लोन लेने वालों को भी राहत मिलने की उम्मीद है।
नए कर्जदारों के लिए 31 दिसंबर तक का समय
बैंकों और NBFC को मौजूदा और नए लोन उधारकर्ताओं तक इन ऑप्शन का विस्तार करने के लिए 31 दिसंबर 2023 तक का समय दिया है। सेंट्रल बैंक ने कहा कि सभी मौजूदा कर्जदारों और उचित चैनलों के माध्यम से उनके लिए पेश ऑप्शन के बारे में सूचित किया जाएगा।
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बैंकों को देनी होगी जानकारी
केंद्रीय बैंक ने कहा कि NFSC और बैंकों को लोन रेट में बदलाव और फ्लोटिंग रेट को चुनने से उनके EMI पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसकी जानकारी बैंक को देनी होगी। इस बीच में शाखा मे कोई परिवर्तन होता है तो इसकी भी जानकारी देनी होगी। इसके अलावा किसी भी प्रकार का चार्ज वसूला जाता है तो इसकी भी ईमेल और मैसेज के द्वारा देनी होगी।