Chevrolet History: भारत विश्व का तीसरा सबसे बड़ा कार मार्केट है। कई वर्षों के प्रयत्न के बाद देश में यह मुकाम हासिल किया है। पिछले कुछ सालों से कई कंपनियों ने भारत में अपने कारों की बिक्री शुरू की है। वहीं कुछ ऐसी कंपनियां भी है जो कई सालों के बाद भारत को अलविदा कह दिया है। आज हम एक ऐसे ही कंपनी के बारे में बात करेंगे जिसकी गाड़ियां एक समय में सबकी फेवरेट हुआ करती थी।
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अमेरिकी कंपनी शेवरोल भारत में कार निर्माण करने वाली पुरानी कंपनी में से एक थे। 1911 में लुईस शेबरोल और जनरल मोटर्स (GM) के संस्थापक विलियमसन ने इसकी स्थापना की थी। लुइस एक स्विस रेस कार ड्राइवर थे। 1998 में चेवरोले जीएम का हिस्सा बन गई। अमेरिका में यह सेवी के नाम से प्रसिद्ध है। जनरल मोटर्स ने 1996 में अपने ओपल (Opel) ब्रांड के माध्यम से भारत में कदम रखा। लेकिन कार भारत के ग्राहकों को पसंद नहीं आई।
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अब 2006 में उन्होंने अपना व्यापार बंद कर दिया। फिर यहां जनरल मोटर्स की शेवरोले का प्रवेश हुआ। शेवरोले ने अपनी एसयूवी फॉरेस्टर (Chevtolet Forester) के जरिए भारत में शुरुआत की थी। हालांकि उस समय इसकी कीमत ₹16 लाख थी जो काफी ज्यादा थी इसके बाद शेव्रले ने अपनी टवेरा यहां पर लांच की जिसकी कीमत ₹854000 थी। 2008 में शेव्रले केप्टिवा को भी लॉन्च किया जो कि एक मॉडर्न कार थी।
इसके बाद 2009 में कंपनी की फेवरेट Chevrolet Cruz को लॉन्च किया गया। यह कंपनी की सबसे पसंदीदा कार गई। भारत में शेवरोले क्रूज (Chevrolet Cruz) और टवेरा (Chevrolet Tavera) को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया इसके बाद 2010 में शेवरोले बीट को भी लॉन्च किया गया, जो काफी यूनिक डिजाइन के साथ आई थी। इसमें 25 किलोमीटर का माइलेज में मिलता था। भारत में इसके कुल 178000 यूनिट को बेचा गया। लेकिन धीरे-धीरे मार्केट में गिरावट आई और शेव्रले कंपनी ने 2016 तक बीट को बंद कर दिया और फिर अपना कारोबार भारत से समेट लिया।