Car Tips for Winter: अगर आपके पास कार है तो आपको भी ठंड में कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती है। इन्हीं परेशानियों में से एक टायर का एयर प्रेशर कम हो जाना भी है। कई बार हम देखते हैं कि कर के टायर का प्रेशर कम हो जाता है।
इसके पीछे का मुख्य कारण तापमान का कम हो जाना होता है। होता यह है कि तापमान घटने पर हवा सिकुरती है और तापमान बढ़ने पर हवा फैलती है। इसलिए ठंड में टायर के अंदर का हवा घनत्व बढ़ जाता है। इससे उसकी वॉल्यूम घट जाती है। इसी का नतीजा होता है कि टायर का प्रेशर कम हो जाता है।
इसीलिए ठंड में अगर हम जरूर से ज्यादा भी अगर हवा दे देते हैं तो उसका नुकसान टायर को नहीं होता है। वही गर्मी में अगर ज्यादा हवा भर दे तो टायर फटने का खतरा ज्यादा रहता है। इसका यह मतलब नहीं की हमे ज्यादा हवा भरनी चाहिए।
उदाहरण से समझें प्रोसेस
उदाहरण के लिए अगर कार के टायर का प्रेशर 35 PSI है और तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस हो जाता है तो टायर का प्रेशर लगभग 33 PSI तक जा सकता है। वहीं अगर तापमान 20 डिग्री से बढ़ कर 30 डिग्री तक पहुंच जाए तो वही PSI बढ़कर 37 तक पहुंच सकता है। अगर ठंड में आपका टायर प्रेशर कम हो जाता है उससे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
टायर प्रेशर कम होने से ये होगा नुकसान
इसमें आपके कार के टायर के फटने का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसके कारण कर को कंट्रोल करना भी बहुत ही मुश्किल होता है। इंजन पर काफी ज्यादा दबाव आता है। कार की परफॉर्मेंस खराब हो जाती है। ब्रेकिंग प्रभावित होता है जिसके कारण सेफ्टी का खतरा बना रहता है।
रोज चेक करें टायर
ठंड में कार चलाने से पहले उसके टायर प्रेशर को जरूर जांच ले। हर 10 से 15 दिन में टायर प्रेशर को जांच और अगर यह प्रेशर कम हो जाता है तो उसे मेंटेन करें। ऐसा करने से आपके कार की परफॉर्मेंस भी बढ़ेगी और आप सेफ भी रहेंगे।