Neem ke Ped ke Totke: ज्योतिष शास्त्र में पेड़-पौधों और उनके संबंध को विशेष महत्व दिया जाता है। कुछ लोग मानते हैं कि निश्चित पेड़-पौधों को घर में लगाने से वास्तु दोष दूर होते हैं और पॉजिटिव ऊर्जा में वृद्धि होती है। पेड़-पौधे आपके आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करके सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाते हैं। कड़वा नीम का पेड़ इस मान्यता के आधार पर एक महत्वपूर्ण पौधा माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, नीम का पेड़ मंगल, केतु और शनि ग्रह से संबंधित होता है। यह मान्यता है कि नीम का पेड़ बाधाओं को दूर करता है और बरकत लाता है।
जानिए किस जगह लगाना चाहिए नीम का पेड़:
यदि आप नीम का पेड़ लगाना चाहते हैं, तो इसे घर के बाहर दक्षिण दिशा में लगाने की सिफारिश की जाती है। यह दिशा वास्तुशास्त्र में आपके घर के लिए शुभ मानी जाती है और ऐसा माना जाता है कि नीम का पेड़ इस दिशा में लगाने से आपके घर में बरकत का वास होता है।
हवन से खत्म होता है वास्तु दोष :
हिंदू संस्कृति में नीम के वृक्ष को नीमाड़ी देवी भी कहा जाता हैं. मान्यता भी है की नीम की लकड़ियों से हवन करने पर वास्तु दोष खत्म होता है. वहीं हर दिन घर में नीम की सूखी पत्तियों से धुआ करे तो नेगेटिव एनर्जी समाप्त हो जाती है. परिवार में सुख-समृद्धि आती है. स्वस्थ शरीर की प्राप्ति होती है. पितृ दोष का नाश होता है.
शनि दोष से मिलेगी मुक्ति :
शनि दोष से मुक्ति प्राप्त करने के लिए नीम की लकड़ी से हवन करने का मान्यताओं में महत्व है। नीम की लकड़ी का हवन शनि ग्रह को शांति प्रदान करने में सहायता करता है। इसलिए, अगर संभव हो तो सप्ताह में कम से कम एक बार नीम की लकड़ी का उपयोग हवन में करें। इसके साथ ही, रविवार के दिन नीम की लकड़ी से बनी माला पहनने के मान्यतानुसार शनि की महादशा के अशुभ प्रभावों को टाला जा सकता है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।