नई दिल्ली: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला इंग्लिश टीम के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा। भारत ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड को 336 रन से हरा दिया। इस हार ने ना सिर्फ इंग्लैंड की हारों की लिस्ट में एक और नाम जोड़ा, बल्कि एक ऐसा रिकॉर्ड भी बना दिया जो किसी भी क्रिकेट टीम के लिए शर्मनाक कहा जाएगा।
शुभमन गिल का बल्ला बोला, सिराज की गेंदों ने मचाया कहर
मैच की शुरुआत से ही भारत का पलड़ा भारी रहा। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 587 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसमें शुभमन गिल ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए दोहरा शतक (269 रन) जड़ा।
इसके बाद गेंदबाजी में मोहम्मद सिराज ने कहर बरपाया। उन्होंने 6 विकेट झटककर इंग्लैंड को पहली पारी में सिर्फ 407 रनों पर समेट दिया। भारत को पहली पारी में 180 रन की बढ़त मिल चुकी थी, जो आगे चलकर निर्णायक साबित हुई।
दूसरी पारी में फिर से गिल का जलवा देखने को मिला। उन्होंने 161 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे भारत ने इंग्लैंड के सामने 608 रनों का असंभव सा लक्ष्य रख दिया। जवाब में इंग्लिश टीम दूसरी पारी में केवल 271 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस धमाकेदार प्रदर्शन के लिए शुभमन गिल को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया।
इंग्लैंड बना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा हारने वाली टीम
इस हार के साथ इंग्लैंड की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में सबसे ज्यादा मैच हारने वाली टीम बन गई है।
अब तक इंग्लैंड WTC में 67 मुकाबले खेल चुका है, जिनमें से 26 हार चुका है जो किसी भी टीम से ज्यादा है। वहीं, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज की टीमों ने अब तक 25-25 मैच हारे हैं और इस लिस्ट में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं।
इंग्लैंड आज तक नहीं पहुंच पाया है WTC के फाइनल में
इस समय वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का चौथा चक्र चल रहा है, लेकिन इंग्लैंड की टीम एक बार भी WTC फाइनल तक नहीं पहुंच पाई है। भले ही उन्होंने 33 मुकाबले जीते हैं, लेकिन लगातार हारें ये दिखाती हैं कि स्थिरता और रणनीति में कमी अब भी बरकरार है। बेन स्टोक्स की कप्तानी में ये हार और भी बड़ी हो जाती है क्योंकि टीम की उम्मीदें उनसे जुड़ी हुई थीं।
भारतीय टीम ने एक बार फिर साबित किया कि क्यों वो टेस्ट क्रिकेट की सबसे मजबूत टीमों में से एक है। वहीं इंग्लैंड को अपनी रणनीति और टीम संयोजन पर दोबारा विचार करने की ज़रूरत है। वरना वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में यह गिरावट और भी गहराती जाएगी।










