नई दिल्ली: आईपीएल 2025 के प्लेऑफ की दौड़ में अब तक तीन टीमें पक्की हो चुकी हैं, जबकि पांच टीमें इस मुकाबले से बाहर हो गई हैं। अब सिर्फ दो टीमें ऐसी बची हैं, जिनकी प्लेऑफ में जगह अभी फाइनल नहीं हुई है, और वे टॉप 4 में भी सुरक्षित नहीं हैं। वहीं, जो तीन टीमें फिलहाल टेबल के टॉप पर हैं, उनमें से कौन नंबर 1 पर रहेगा, यह भी अभी तय होना बाकी है। दरअसल, लीग चरण में पहले और दूसरे नंबर पर रहने वाली टीमों को प्लेऑफ में बढ़त मिलने के कारण ये लड़ाई और भी दिलचस्प हो जाती है।

इस साल पंजाब किंग्स, आरसीबी और गुजरात टाइटंस ने प्लेऑफ में अपनी जगह पक्की कर ली है। अब चौथे स्थान के लिए मुकाबला मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के बीच होगा। आईपीएल में हर जीत पर दो अंक मिलते हैं, और मैच रद्द होने पर दोनों टीमों को एक-एक अंक दिया जाता है। हारने वाली टीम को कोई अंक नहीं मिलता।

टीमों के कुल अंक जितने ज्यादा होंगे, वे टेबल में उतने ऊपर होंगे। लेकिन अगर दो टीमों के अंक बराबर हो जाएं, तो टॉप टीम का फैसला थोड़ा जटिल हो जाता है। आम धारणा यह हो सकती है कि नेट रन रेट के आधार पर टीम का स्थान तय होगा, लेकिन आईपीएल के नियमों के अनुसार, पहले टीमों के जीत-हार का रिकॉर्ड देखा जाता है।

आसान भाषा में समझें तो, यदि दो टीमों के अंक बराबर हैं, तो जो टीम ज्यादा मैच जीतेगी, वह ऊपर रहेगी। यदि जीत की संख्या भी बराबर हो जाए तो उस स्थिति में नेट रन रेट के आधार पर टीमों की रैंकिंग तय की जाएगी। यानी सबसे पहली प्राथमिकता अंक होती है, उसके बाद जीत की संख्या और अंत में नेट रन रेट।

जो टीम अंक तालिका में पहले और दूसरे नंबर पर रहती है, उसे फाइनल में पहुंचने के दो मौके मिलते हैं। वे पहले क्वालीफायर 1 मैच खेलेंगे, जिसमें जीतने वाली टीम सीधे फाइनल में जाएगी। जो टीम हारती है, उसे क्वालीफायर 2 में खेलने का मौका मिलता है। क्वालीफायर 2 जीतने पर टीम फाइनल में पहुंचती है, और हारने पर बाहर हो जाती है।

वहीं, तीसरे और चौथे नंबर की टीमें एलिमिनेटर मैच में भिड़ेंगी। एलिमिनेटर हारने वाली टीम बाहर हो जाएगी, जबकि जीतने वाली टीम क्वालीफायर 2 में उतरेगी। इस तरह से नंबर तीन और चार की टीमों को फाइनल तक पहुंचने के लिए लगातार दो मुकाबले जीतने होते हैं, जबकि पहले और दूसरे नंबर की टीमों को केवल एक मैच जीतना होता है।