नई दिल्ली: IPL 2025 के एक रोमांचक मुकाबले में रविवार को केएल राहुल ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ जबरदस्त शतक जड़ा। उन्होंने अपनी पारी में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और नाबाद 100 से ज्यादा रन बनाये। लेकिन अफसोस, उनकी टीम दिल्ली कैपिटल्स फिर भी मैच हार गई। आईपीएल के इतिहास में ये दूसरी बार हुआ है जब राहुल का शतक टीम की जीत में मदद नहीं कर पाया।
दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 3 विकेट पर 199 रन बनाए, लेकिन गुजरात टाइटंस ने बिना कोई विकेट गवाए 19 ओवर में 200 रन का टारगेट पूरा कर लिया और 10 विकेट से जीत दर्ज की।
आईपीएल में अब तक कुल 16 बार ऐसा हुआ है कि किसी बल्लेबाज ने शतक तो लगाया लेकिन उनकी टीम मैच नहीं जीत सकी। ये आंकड़ा बताता है कि क्रिकेट सिर्फ व्यक्तिगत परफॉर्मेंस से नहीं, बल्कि पूरी टीम के योगदान पर निर्भर करता है।
आईपीएल में पहली बार कब हुआ था ऐसा?
सबसे पहली बार आईपीएल के पहले सीजन 2008 में डेक्कन चार्जर्स के एंड्रयू साइमंड्स ने 53 गेंदों में 117 रन की जबरदस्त पारी खेली थी। तब उनकी टीम ने 214 रन बनाए, लेकिन राजस्थान रॉयल्स ने 3 विकेट से मैच जीत लिया था।
2019 में सबसे ज्यादा बार हुआ ऐसा
आईपीएल का 2019 का सीजन इस मामले में खास रहा क्योंकि उस साल तीन बार ऐसा हुआ जब किसी खिलाड़ी ने शतक लगाकर भी अपनी टीम को हार से नहीं बचा पाया।
संजू सैमसन ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से नाबाद 102 रन बनाए, फिर भी टीम हार गई।
केएल राहुल ने पंजाब रॉयल्स के लिए नाबाद 100 रन बनाए, लेकिन मुंबई इंडियंस ने मैच जीत लिया।
अजिंक्य रहाणे ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 105 रन की नाबाद पारी खेली, मगर उनकी टीम हार गई।
अलग-अलग IPL सीजन में शतक के बावजूद टीम की हार का आंकड़ा
2008 में: 1 बार
2010 में: 1 बार
2011 में: 1 बार
2013 में: 1 बार
2014 में: 1 बार
2015 में: 1 बार
2016 में: 2 बार
2017 में: 2 बार
2018 में: 1 बार
2019 में: 3 बार
2020 में: 2 बार
क्रिकेट में कभी-कभी एक खिलाड़ी की शानदार पारी भी टीम को जीत नहीं दिला पाती। यह दर्शाता है कि क्रिकेट एक टीम खेल है और जीत के लिए पूरे टीम का प्रदर्शन ज़रूरी होता है। केएल राहुल के हालिया शतक के बावजूद दिल्ली कैपिटल्स की हार इसी बात का उदाहरण है।










