नई दिल्ली: भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज की तैयारी में जुटी हुई है। टीम इंडिया ने आखिरी बार इंग्लैंड का दौरा 2021-22 में किया था, जहां पांच मैचों की सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई थी। इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का सपना भारतीय टीम के लिए लंबे समय से चुनौती बना हुआ है। 2007 के बाद से टीम को इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका नहीं मिला है, और इस बार यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि क्या टीम इस उम्मीद को पूरा कर पाती है।

2007 में भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती थी

इंग्लैंड का दौरा भारतीय क्रिकेट टीम के लिए हमेशा से आसान नहीं रहा है। 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में टीम इंडिया ने इंग्लैंड में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से जीती थी। उस साल पहला और तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा, जबकि दूसरा मैच भारत ने जीतकर सीरीज पर कब्जा जमाया। लेकिन इसके बाद से टीम को इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट सीरीज जीतने का इंतजार करना पड़ा है। कई कप्तान बदले, कई जीत मिलीं, लेकिन सीरीज जीत नहीं मिली।

2021-22 में हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत ने इंग्लैंड को कड़ी टक्कर दी और सीरीज 2-2 से बराबर रही। हालांकि जीत नहीं मिली, लेकिन यह साबित हुआ कि भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ मजबूत प्रदर्शन कर सकती है। इंग्लैंड की परिस्थितियां और उनके घरेलू खिलाड़ियों का दबदबा इस दौरे को हमेशा चुनौतीपूर्ण बनाता है।

इस बार चुनौती और भी बड़ी हो गई है क्योंकि टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले ही रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। हालांकि दोनों का हालिया फॉर्म ठीक नहीं था, लेकिन उनके अनुभव का कोई मुकाबला नहीं। दोनों खिलाड़ियों के जाने से टीम को रणनीतिक और मानसिक दोनों स्तर पर बड़ा झटका लगा है। इसके साथ ही यह भी अभी तय नहीं है कि इस सीरीज में टीम का नेतृत्व कौन करेगा। नए कप्तान के लिए यह एक बड़ी जिम्मेदारी होगी, क्योंकि उन्हें न सिर्फ एक सफल कप्तान बनना है, बल्कि बल्लेबाजी में भी टीम को मजबूती देनी होगी।