NEET Exam: डॉक्टर बनने का सपना देखने वाले छात्रों के लिए मेडिकल फील्ड में एडमिशन के लिए NEET यानी नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट सबसे अहम परीक्षा है. इस परीक्षा में सफल होने के लिए छात्र कड़ी मेहनत करते हैं. वहीं, इस साल NEET UG 2025 परीक्षा 4 मई को आयोजित की जाएगी और इस बार करीब 23 लाख छात्रों ने इस परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है.

ऐसे में जो भी छात्र इस परीक्षा में सफल होना चाहते

ऐसे में जो भी छात्र इस परीक्षा में सफल होना चाहते हैं, उन्हें अब पूरी मेहनत के साथ तैयारी करने की जरूरत है, क्योंकि अब परीक्षा के लिए बहुत कम समय बचा है. ऐसे में आपको तैयारी करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े, इसके लिए लोकल 18 के संवाददाता सच्चिदानंद ने पटना के मशहूर बायोलॉजी मेंटर प्रतीक रत्न से संपर्क किया. जिन्होंने तैयारी के लिए कुछ अहम टिप्स शेयर किए हैं, जिनके बारे में हम जानते हैं.

स्मार्ट तरीके से काम करने की दी सलाह

स्मार्ट तरीके से काम करने की दी सलाह आपको बता दें कि मेंटर प्रतीक रत्न पिछले दस सालों से पटना के जाने-माने संस्थान आइकॉनिक क्लासेज में छात्रों को NEET की तैयारी करा रहे हैं. फिलहाल वे खुद पीएचडी रिसर्च स्कॉलर हैं और उन्हें NEET पढ़ाने का करीब एक दशक का अनुभव है.

नीट परीक्षा अब बहुत नजदीक है और ऐसे में मेंटर प्रतीक रत्न का मानना है कि आखिरी समय में स्मार्ट वर्क और रणनीतिक दृष्टिकोण से अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। उन्होंने छात्रों को सलाह दी है कि अब कोई नया टॉपिक पढ़ने की जरूरत नहीं है। इस समय का उपयोग सिर्फ एनसीईआरटी पर आधारित त्वरित रिवीजन के लिए करना चाहिए।

रोजाना शेड्यूल बनाएं प्रतीक रत्न का कहना है

रोजाना शेड्यूल बनाएं प्रतीक रत्न का कहना है कि हर दिन एक निश्चित समय पर फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी का रिवीजन करें। इसके साथ ही हर दो से तीन दिन में मॉक टेस्ट जरूर दें। उन्होंने खास तौर पर कहा कि मॉक टेस्ट देने के बाद पेपर का एनालिसिस करना बहुत जरूरी है। एनालिसिस के दौरान समझें कि कौन से सवालों के जवाब बार-बार गलत आ रहे हैं और क्यों। गलतियों को पहचानने और उस पर काम करने की जरूरत है।

साथ ही टाइम मैनेजमेंट पर लगातार ध्यान दें

साथ ही टाइम मैनेजमेंट पर लगातार ध्यान दें, क्योंकि असली परीक्षा में यह बहुत मायने रखता है। स्वास्थ्य और मानसिकता भी जरूरी परीक्षा के आखिरी दिनों में मानसिक तनाव से बचना, पर्याप्त नींद लेना और स्वस्थ दिनचर्या बनाए रखना बहुत जरूरी है। प्रतीक रत्न ने साफ तौर पर कहा कि इस समय दिमाग को थका हुआ नहीं रखना चाहिए बल्कि संतुलन के साथ पढ़ाई करनी चाहिए। किन टॉपिक्स पर ज्यादा फोकस करें

उनका कहना है कि मौजूदा समय में सिलेबस सीमित हो गया है। इसलिए हर टॉपिक महत्वपूर्ण है, लेकिन बायोलॉजी में ह्यूमन फिजियोलॉजी, प्लांट फिजियोलॉजी, मॉलिक्यूलर जेनेटिक्स और बायोटेक्नोलॉजी से सबसे ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं। प्लांट और एनिमल डायवर्सिटी जैसे रटे हुए चैप्टर को भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि यहीं से सवाल आते हैं। वहीं, सेल साइकिल और सेल डिवीजन से सवाल भले ही सीधे पेपर में न आएं, लेकिन दूसरे टॉपिक्स में इनकी बड़ी भूमिका होती है। इसलिए इन्हें भी अच्छे से रिवाइज करने की जरूरत है।

पिछले सालों के पेपर्स की प्रैक्टिस जरूर करें

उन्होंने सलाह दी है कि 2013 से 2024 तक के सवाल जरूर हल करने चाहिए। इन्हें आप मॉक टेस्ट की तरह भी हल कर सकते हैं। इस दौरान सिर्फ एनसीईआरटी से ही रिवाइज करें और दूसरी किताबों या एक्स्ट्रा मैटीरियल में उलझने की जरूरत नहीं है। उन्होंने दावा किया है कि अगर छात्र इन बातों को ध्यान में रखकर तैयारी करें तो आखिरी वक्त में भी अच्छे अंक हासिल करना संभव है।