पटना: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने वाले हैं. इसको लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. बुधवार को पटना में कई मुस्लिम संगठनों ने वक्फ बोर्ड बिल के खिलाफ प्रदर्शन किया. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को ‘कठमुल्ला’ कह दिया. इस बयान पर ट्रोल होने के बाद अब मांझी ने बताया कि उन्होंने ऐसा क्यों कहा? केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने गुरुवार को इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया कि जब मैंने ओवैसी गैंग को ‘कठमुल्ला’ कहा तो कुछ लोगों ने मुझे ट्रोल करना शुरू कर दिया.
मैं कट्टरपंथी कहूंगा
मैं उन लोगों को साफ कर दूं कि जीतन मांझी उनके रहमोकरम पर सांसद या मंत्री नहीं बने हैं, बल्कि गया जी की जनता के बल पर बने हैं और गया जी की जनता जानती है कि उनका सांसद हर दिन गया के विकास के लिए काम कर रहा है. उन्होंने आगे कहा कि मैं कट्टरपंथी गैंग को बताना चाहता हूं कि जीतन मांझी का हर इंच धर्मनिरपेक्ष है, मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है. मैं हमेशा मुस्लिम भाइयों, बहनों, माता-पिता का सम्मान करता हूं, लेकिन इस्लाम के नाम पर समुदाय को बदनाम करने वालों को मैं कट्टरपंथी कहूंगा.
मुसलमान जिंदाबाद थे
इस्लाम और मुसलमान जिंदाबाद थे, हैं और रहेंगे. आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जो लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वे कट्टरपंथी हैं. उन्होंने धरना प्रदर्शन को गलत बताया और कहा कि ये लोग राजनीति कर रहे हैं. ये लोग धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं. उनके कट्टरपंथी बयान पर सियासत तेज हो गई और विपक्ष ने उन पर जमकर निशाना साधा.
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