SBI FD Scheme: देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट नाम से एक नई एफडी योजना शुरू की है। एसबीआई की इस स्कीम में भारतीय नागरिकों के साथ-साथ एनआरआई भी पैसा लगा सकते हैं।
निवेशक ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट में 1,111 दिन, 1,777 दिन और 2,222 दिन की अवधि के लिए पैसा निवेश कर सकते हैं। बैंक इस योजना में निवेश किए गए पैसे का उपयोग पर्यावरण हित की परियोजनाओं में निवेश करने के लिए करेगा। इन परियोजनाओं में नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण आदि शामिल हैं।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि सरकार ने 2070 तक भारत को शुद्ध कार्बन शून्य बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। इसे पूरा करने के लिए एसबीआई ने ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट लॉन्च किया है। यह पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार वित्तीय भविष्य को बढ़ावा देने की दिशा में एक कदम है। खारा ने कहा कि यह योजना फिलहाल शाखा नेटवर्क के माध्यम से उपलब्ध है और जल्द ही योनो ऐप और ऑनलाइन बैंकिंग जैसे डिजिटल मीडिया पर भी उपलब्ध होगी।
कौन निवेश कर सकता है?
कोई भी भारतीय, गैर-व्यक्ति और एनआरआई एसबीआई ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट में निवेश कर सकता है। इस योजना की अवधि 1111 दिन, 1777 दिन और 2222 दिन है। निवेशक इनमें से कोई एक अवधि चुन सकता है।
कितना मिलेगा ब्याज?
एसबीआई ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट में 1111 दिनों और 1777 दिनों के लिए निवेश करने वाले सामान्य ग्राहकों को 6.65% प्रति वर्ष का ब्याज दिया जाएगा। 2,222 दिनों के लिए निवेश करने वाले ग्राहकों को 6.40% ब्याज दिया जाएगा। वरिष्ठ नागरिकों को बैंक अतिरिक्त ब्याज देगा. अगर आप 1111 दिनों और 1777 दिनों के लिए थोक जमा पर पैसा निवेश करते हैं, तो आपको 6.15% वार्षिक ब्याज मिलेगा और यदि आप 2222 दिनों के लिए पैसा निवेश करते हैं, तो आपको 5.90% वार्षिक ब्याज मिलेगा।
समयपूर्व निकासी की सुविधा उपलब्ध है
एसबीआई ग्रीन रुपी टर्म डिपॉजिट में निवेशकों को प्री-मैच्योर निकासी की सुविधा मिलेगी। इसका मतलब है कि आप इस एफडी में निवेश किया गया पैसा मैच्योरिटी अवधि समाप्त होने से पहले निकाल सकते हैं। इतना ही नहीं, बैंक इस एफडी पर लोन और ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी देगा. आयकर नियमों के मुताबिक इस योजना पर टीडीएस भी लागू होगा.