नई दिल्लीः इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत की तरफ से डेब्यू करने वाले ध्रुव जुरेल अब सुर्खियों में हैं, जिन्होंने अपनी विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी से छाप छोड़ी। उन्होंने बतौर विकेटकीपर ही नहीं एक शानदार बल्लेबाज के रूप में भी अपनी अमिट पहचान बनाई है।
अंतर्राष्ट्रीय टीम में उनकी वापसी में आईपीएल 2023 सेशन मददगार बना, जिसमें उन्होंने बल्ले से खूब रन बरसाए। आईपीएल में वे राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलने वाले हैं, जिनसे काफी उम्मीदें लगी हैं। हर किसी को ध्रुव जुरेल से शानदार बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग की संभावना है।
आपको पता होना चाहिए कि ध्रुव जुरेल की क्रिकेट में एक जो नई पहचान बनती जा रही है, उसकी वजह क्या है। उन्होंने बचपन से लेकर क्रिकेट सीखने तक बहुत गरीबी के दिन बिताए। स्थिति यह रही कि किट खरीदने के लिए भी सोने की चेन बेचनी पड़ी थी।
जुरेल ने खोला बड़ा राज
भारतीय टीम में नई पहचान बना रहे ध्रुव जुरेल ने बड़ा राज खोला। वे यूपी के मूल रूप से आगरा जिले के निवासी हैं। एक इंटरव्यू के में उन्होंने बताया कि पापा पक्ष में नहीं थे कि मैं क्रिकेट खेलूं, क्योंकि परिवार के आर्थिक हालात बदतर थे। हालांकि, मैंने उन्हें मनाया। मैंने कहा कि पापा मुझे 800 रुयपे वाला बैट चाहिए।
पापा ने इंतजाम कर बैट दिलाने का काम किया। इसके बाद जुरेल ने कहा कि पापा किट चाहिए, जो पांच छह हजार की थी। पापा ने कहा कि बहुत मुश्किल होगी तू क्रिकेट का त्याग कर दे। मम्मी ने भी क्रिकेट खेलने से इनकार कर दिया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद मैंने कहा कि अगर किट नहीं दिलाई तो घर छोड़कर चला जाऊंगा। 23 वर्षीय खिलाड़ी ने बताया कि जब मम्मी ने घर से भागने की बात सुनी तो थोड़ी डर गई। यह सब सुन उन्होंने अपनी सोने की चेन पापा को दी।
पापा ने सोने की चेन बेचकर मुझे किट खरीदकर ला दी। जुरेल से सवाल पूछा गया कि आपने पहला आईपीएल कॉन्ट्रेक्ट मिलने के बाद जो पैसा मिल उससे घर का सब कर्ज चुकाया। अब परिवार के ऊपर कोई कर्ज नहीं है।
पहली सैलरी से निपटाया कर्ज
मैदान पर धमाल मचा रहे ध्रुव जुरेल ने जवाब में कहा कि पहली सैलरी आई तो घर-परिवार का सारा कर्ज निपटाया। पापा ने मेरे लिए किसी से रकम उधार ली थी, जो मुझे काफी अजीब लगता था। क्रिकेट महंगा खेल है। उन्होंने कभी एहसास नहीं होने दिया कि मैं गरीब घर का बच्चा हूं। परिवार ने बहुत ख्याल रखा जुरेल अब आईपीएल 2024 में धमाल मचाते हुए नजर आएंगे।