नई दिल्लीः बिहार की सियासत में एक और अध्याय लिखा गया, जिसके सूत्रधार सीएम नीतीश कुमार रहे। पिछले 35 साल की सियासत को देखे तो बिहार की सत्ता नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव के ईर्द गिर्द घूमती रही। आखरी 18 साल में तो बिहार की बयार और नीतीश कुमार ही सत्ता में काबिज रहे। हां इतना जरूर हुआ कि मौका पाते ही दल बदलने में कंजूसी नहीं की।
नीतीश कुमार ने कभी एनडीए के साथ मिलकर शपथ ली तो कभी आरजेडी को गले लगाकर कुर्सी पर बैठ गए। दल बलने का नतीजा यह रहा कि आखिरी चार साले में उन्होंने तीन बार सीएम पद एवं गोपनीयता की शपथ ले ली। अपने राजनीतिक जीवन में रविवार शाम 5 बजे 9वीं बार सीएम का पदभार संभाला। उनके इस रवैये को लेकर महागठबंध में शामिल पार्टियों के नेता निशाना साध रहे हैं। यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष सहित कांग्रेस ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
इंडिया गठबंधन बनाने में मुख्य किरदार निभाने वाले नीतीस कुमार अब एनडीए के हो गए, जिसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जमकर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा कि ये बीजेपी का लोकसभा चुनाव हारने की हताशा का नतीजा है। बीजेपी ने साज़िश करके एक भावी प्रधानमंत्री को अपने साथ मिलाकर मुख्यमंत्री के पद तक ही सीमित कर दिया।
आगे उन्होंने कहा कि भाजपा ने बिहार की जनता और जनमत का अपमान किया है। जनता इस अपमान का जवाब भाजपा गठबंधन को लोकसभा का चुनाव हराकर देगी। बिहार का हर निवासी अपना अगला वोट, बिहार के सम्मान को बचाने के लिए डालेगा और भाजपा को हराने के लिए।
कांग्रेस ने भी नीतीश के खिलाफ खोला मोर्चा
इंडिया गठबंधन की महत्वपूर्ण सहयोगी कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में ‘आया राम-गया राम’ जैसे कई लोग हैं। पहले वो और हम मिलकर लड़ रहे थे, जब मैंने लालूजी और तेजस्वी से बात की तो उन्होंने भी कहा कि नीतीश जा रहे हैं। अगर वह रुकना चाहते तो रुक जाते, लेकिन वह जाना चाहते हैं।
इसलिए ये बात हमें पहले से ही पता थी। इसलिए इंडिया गठबंधन को बरकरार रखने के लिए हमने कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि हम कुछ गलत कहेंगे तो उसका संदेश गलत जाएगा। यह जीवकीरू लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव ने पहले ही दे दी थी।
संजय राउत ने भी बताया पलटूराम
शिवसेना(यूबीटी) के नेता संजय राउत ने नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम आए, बिहार में पलटूराम। इतना ही नहीं राउत ने नीतीश को मानसिक रूप से अस्थिर बताते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन बेहतर स्थिति में है। ममता बनर्जी अभी बाहर नहीं हुई हैं। आम आदमी पार्टी भी अलग नहीं हुई है। सिर्फ नीतीश कुमार का यह खेल चलता रहता है। आगे उन्होंने कहा कि उनका मानसिक स्वास्थ ठीक नहीं है।