नई दिल्ली SSY ACCOUNT: केंद्र सरकार के द्वारा देश की महिलाओं और बेटियों के लिए कई सारी योजनाएं चलाई जाती है। इन योजनाओं के द्वारा सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें बेटियों के लिए केंद्र सरकार की तरफ से एसएसवाई स्कीम चलाई जा रही है। इस स्कीम को केंद्र की मोदी सरकार ने खास बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पेश किया है। इस स्कीम में थोड़ी-थोड़ी रकम जमा करके फंड तैयार कर सकते हैं।
इस स्कीम में खाते को एक्टिव रखने के लिए कम से कम बैलेंस बनाएं रखना जरुरी होता है। इसी को लेकर सरकार ने नए नियम को लागू किया है। इसके लिए 31 मार्च तक का समय दिया है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपको खाता इनएक्टिव हो जाएगा। इनएक्टिव खाते को फिर से शुरु करने के लिए खाता धारकों को जुर्माना देना होगा।
एसएसवाई खाते में मिनिमम बैलेंस
एसएसवाई खाते में मिनिमम बैलेंस 250 रुपये हैं। इसका अर्थ है कि खाते को एक्टिव रखने के लिए एक फाइनेंशियल ईयर में 250 रुपये का निवेश करना होता है। यदि इस स्कीम में हर फाइनेंशियल ईयर में निवेश नहीं करते हैं। तो खाता क्लोज हो सकता है। फिर से खाते को एक्टिव रखने के लिए खाताधारक को 50 रुपये सालाना जुर्माना देना होगा।
जानकारी के लिए बता दें इस स्कीम में खाताधारकों को 8.2 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। इस स्कीम के तहत कम से कम 250 रुपये और मैक्जिमम 1.5 लाख तक का निवेश कर सकते हैं। सालाना कम से कम 250 रुपये जमा करने होते हैं। वहीं बेटी के 18 साल होते ही 50 फीसदी पैसा निकाल सकते हैं।
टैक्स का भी मिलता है लाभ
एसएसवाई स्कीम टैक्स फ्री होती है। इस पर ईईई यानि कि तीन अलग-अलग तरह से टैक्स बेनिफिट मिलता है। इसमें पहला इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख तक का सालाना निवेश पर छूट मिलती है। दूसरा इससे मिलने वाले रिटर्न पर टैक्स नहीं लगता है। तीसरा मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम टैक्स फ्री होती है।