नई दिल्ली PPF SCHEME: पीपीएफ एक लॉन्ग टर्म स्कीम है। ये लोगों के लिए निवेश का बेस्ट ऑप्शन है। इसमें लोगों को बिना किसी जोखिम के स्मॉल सेविंग का बढ़ावा मिलता है। अगर आप सहीं तरीके से प्लानिंग करें तो मैच्योरिटी पर एक बड़ी राशि तैयार हो सकती है।
इस स्कीम को निवेश के लिहाज से सुरक्षित है जो कि लॉन्ग अवधि में गारंटीड रिटर्न मिलता है। पीपीएफ में मैच्योरिटी पर मैक्जिमम 40.68 रुपये मिलते हैं। इस स्कीम में निवेश अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है। जिसके जरिए 1 करोड़ की राशि तैयार की जा सकती है। इसकी खास बात ये है कि इस स्कीम में बैंक एफडी से बेहतर रिटर्न मिलता है।
इस स्कीम में एक बालिग शख्स ही खाता ओपन करा सकता है। वहीं अगर बच्चे के नाम पर खाता ओपन करते हैं तो माता-पिता खाते को मैनेज करत हैं। इस खाते को पोस्ट ऑफिस या फिर किसी भी बैंक में ओपन किया जा सकता है। वहीं मैच्योरटी की अवधि 15 सालों की होती है।
अभी कितना मिल रहा ब्याज
पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम के मुताबिक पीपीएफ में 7.1 फीसदी की दर से सालाना ब्याज प्राप्त होता है। बहराल बीते कुछ महीनों में देखें तो इस स्कीम की ब्याज दरों में कोई इजाफा नहीं हुआ है। साल 2000 में पीपीएफ में 12 फीसदी की दर से ब्याज मिलता था। जो कि अब कमहोकर 7.1 फीसदी हो गया है। इस स्कीम में मैक्जिमम 1.50 लाख रुपये सालाना जमा किया जा सकता है। मंथली बेसिस पर 12 किस्तें जमा की जाती हैं।
पीपीएफ में कम से कम 500 रुपये जमा करने जरुरी होते हैें।. यदि किसी फाइनेंशियल ईयर में 500 रुपये नहीं जमा किए तो खाता क्लोज हो जाता है। बंद खाते को जमाकर्ता पहले मिनिमम सब्सक्रिप्शन यानि कि 500 रुपये और हर डिफॉल्ट ईयर में 50 रुपये की फीस जमा कर सकते हैं।
निवेशकों को मिलता है टैक्स बेनिफिट
निवेशकों का पीपीएफ में निवेश जारी रखने का बड़ा कारण हैं कि ये टैक्स फ्री स्कीम है। इसमें निवेशकों को 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जाता है। ये एफडी और पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट से कम है। लेकिन इसमें निवेशकों को टैक्स बेनिफिट मिलता है। इस स्कीम में एक साल में अर्जित इनकम से 1.5 लाख रुपये टैक्स फ्री होते हैं।