नई दिल्ली Bank Account Closure: काफी बार ऐसा होता है कि लोगों के पास काफी सारे बैंक खाते हो जाते हैं। इसमें नौकरीपेशा लोगों के साथ में अक्सर ये समस्या होती है क्यों कि काफी बार नौकरी के बदलने पर नए बैंक में उनका खाता ओपन कर दिया जाता है।
ऐसे में आपके कुछ खाते बंद करा दिए जाते हैं। इसका कारण ये है कि सालना चार्ज लगत हैं। इसमें खासतौर पर उन खातों को जरुर बंद करना चाहिए जिसमें मिनिमम बैलेंस रखना जरुरी होता है।
वैसे बैंक खातों को बंद करवाना काफी आसान होता है। लेकिन कुछ बातों पर गौर किया जाए तो खातों के बंद होने में हफ्तों का समय लग जाता है।
बैंक खाता बंद कराते समय ध्यान रखने योग्या बातें
बैंक के खाते से काफी बार दूसरे ट्रांजैक्शन जुड़ें होते हैं तो काफी बार कुछ पेमेंट बाकी होता है। ऐसे में आपको बैंक खाते के बंद करवाते समय इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है।
- इसमें सबसे पहले ये ध्यान देना है कि अगर आपके खाते पर कोई पेंडिंग ट्रांजेक्शन है तो आपको उसके एक्जिक्यूशन तक रुकना होगा, जैसे यदि आपके खाते पर चेक लगा है और वह क्लीयर नहीं है तो आप खाते को बंद नहीं करा पाएंगे। खाते को बंद कराने से पहले बैंक से ये कंफर्म कर लें कि कोई पेंडिंग ट्रांजेक्शन ना हो और यदि हो तो उसको पूरा जरुर कर लें।
- बैेंक खाते में निगेटिव बैलेंस नहीं होना चाहिए। लेकिन काफी बार बैंक इसे अभी भी नहीं मानते हैं या ये भी कह सकते हैं। कि यदि किसी खाते में मिनिमम बलेंस रखा बेहद जरुरी होता है, तो उसके नॉन मेंटेनेंस का कारण अक्सर निगेटिव में चला जाता है ऐसे में यदि आप बैंक खाता बंद कराते हैं तो आपको पहले वह पेमेंट करना होगा, उसी के बाद आपके बैंक खाते को बंद करा सकते हैं।
- अगर आप सेविंग खाते बंद कराते हैें तो इसके लिए क्लोजिंग चार्ज भी लगता है ये चार्ज अलग-अलग होता है। खाते को बंद कराते समय इन सभी बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी होता है। आपको कुछ खातों में क्लोजंग चार्ज भी लगता है। काफी बार एक तय सीमा के बाद बैंक खाता बंद कराने पर कोई चार्ज नहीं लगता है तो आप कुछ समय रुककर इस चार्ज से बच सकते हैं।
- अगर आपके खाते पर कोई मंथली पेमेंट एक्टिव है तो आपको सबसे पहले उसको इनएक्टिव करना होगा। इसके बिना खाता बंद नहीं होगा और यदि हो भी गया तो आपका नुकसान होगा क्यो कि मंथली मैंडेट रुक जाता है। ये मंथली पेमेंट मैंडेट आपको बीमा का प्रीमियम घर की EMI, किसी लोन की EMI आदि हो सकती है।
- वहीं काफी सारे ऐसे बैंक होते हैं जो कि लॉकर की सुविधा देते हैं इन बैंक लॉकर को किसी भी बैंक खाते के साथ में लिंक कराया जाता है जिससे कि वहां से लॉकर का रेंटल ऑटोमेटिक तरीके से आता रहे। यदि आपने भी ये सुविधा ले रखी है तो पहले अपने बैंक लॉकर को बंद कराया जाए, इसके बाद ही खाते को बंद कराया जाए।