नई दिल्ली- उत्तर प्रदेश का प्रयागराज. जैसे ही प्रयागराज का नाम सामने आता है.उमेश पाल हत्याकांड हमारे आंखों में गूंजने लगता है. यहां पर राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की दिनदहाड़े गोलियों से भुन कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस माफिया अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर कर उनके गुर्गों के साथ कई को ढेर कर चुकी है। और माफी आती कहां की पुलिस कस्टडी में हत्या की जा चुकी है।
अब इसके बाद लगातार पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती की प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी माफिया अतीक अहमद की 50 हजार की इनामी पत्नी शाइस्ता परवीन कहां है। जब इसका जवाब किसी से पूछा जाता है तो किसी के पास इसका कोई जवाब नहीं और ना ही 5 लाख के इनामियां आरोपी का कहीं पता चल पा रहा है। 180 दिन बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ पूरी तरीके से खाली है। वही अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और उसकी बहन और आया आशा नूरी भी भूमिगत में नजर आ रही है। बता दे की पुलिस ने लाखों रुपए खर्च कर लगातार सिर्फ लकीर पीट रही है।
अब हम आपको बताते हैं कि शाइस्ता और जैनब की मियाद कब पूरी हुई होगी
प्रयागराज कामाफिया मुख्तार अंसारी और उसकी पत्नी शाइस्ता परवीन और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा मियाद भी अब पूरी हो गई होगी। माना यह जाता है कि एक विधवा महिला को 4 महीने 10 दिन तक एकांत में रहना होता है। इस समय विधवा महिला महिलाओं को छोड़कर और किसी से नहीं मिल सकती विधवा महिला बस अपने भाई और बेटे से ही उसको मिलने की इजाजत होती विधवा महिलाएं ऐसे कमरे में रहती जहां सूरज की रोशनी तक न पहुंचे।
पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए एक हाईटेक प्लान निकाला है। जिसमें शहर भर में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाल जाएगा और हर समय कैमरा पर नजर रहेगी। प्रयागराज से लेकर कई जगहों पर कैमरे के जरिए इन माफिया को ढेर करने के लिए निगरानी तेज कर दी गई है।
बोली सब उन स्थानों पर हाईटेक कैमरे को लगाएगा जहां फरार चल रहा है अपराधी और माफिया अतीक अहमद के परिवार वाले अपराधियों का मूवमेंट देखते यानी कि अपराधी अधिक आते जाते है। इसमें सबसे खास बात यह रहेगी की या मैसेज सीधा पुलिस के मोबाइल फोन पर जाएगा। इसमें कैमरे की कनेक्टिविटी की गई।