Guru Purnima Upay : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु पूर्णिमा विशेष महत्वपूर्ण तिथि है जब अपने गुरुजनों का आदर-सम्मान किया जाता है। इस दिन को वेद व्यास जयंती या व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन मान्यता के अनुसार वेद व्यास जी का जन्म हुआ था। गुरु पूर्णिमा को विभिन्न धर्मों में मनाने की परंपरा है, जिसमें गुरु की महत्ता, उनके दिए गए शिक्षा और उनके आदर्शों का सम्मान किया जाता है. इस साल गुरु पूर्णिमा 3 जुलाई को है और वह सोमवार को है। इस दिन ब्रह्म और इंद्र योग का योग बन रहा है, जिसे धार्मिक मान्यता में शुभ माना जाता है। इस अवसर पर लोग अपने गुरुजनों को आशीर्वाद और आभार व्यक्त करते हैं, साथ ही उनसे ज्ञान और मार्गदर्शन प्राप्त करने का संकल्प लेते हैं।
गुरु पूर्णिमा के अवसर पर, यदि आप नौकरी और व्यापार में उन्नति पाने की इच्छा रखते हैं और कुंडली में गुरु दोष का प्रभाव कम करना चाहते हैं, तो यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:
- गुरु मंत्र का जाप: गुरु मंत्र को नियमित रूप से जाप करने से आपको ध्यान और ज्ञान में वृद्धि हो सकती है। “ॐ गुरुभ्यो नमः” या “ॐ गुरुदेवाय नमः” जैसे मंत्रों का जाप करें।
- धार्मिक मान्यताओं में गुरु की महत्ता और विष्णु पूजा का महत्व बताया गया है। विष्णु पूजा करने और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से आप अपने गुरु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं और उन्नति प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है। विष्णु पूजा के दौरान पंचामृत, तुलसी, और पीले फूलों का उपयोग करने से कृपा प्राप्त कर सकते है। इसके साथ ही, गुड़, चने की दाल या बेसन के लड्डू का भोग लगाने से आप भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। यह पूजा और भोग आपकी मनोकामनाओं को पूरा करने में सहायता कर सकते हैं।
- गुरु पूर्णिमा के दिन अपने गुरु के पास जाना, उन्हें प्रणाम करना और उनके आदर्शों का पालन करना एक महत्वपूर्ण परंपरा है। इस दिन, आप उन्हें घर पर भोजन के लिए आमंत्रित कर सकते हैं, भोजन करने के बाद, आप उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं, जो आपको जीवन में तरक्की लायेगा.
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