Sawan Vrat 2023 : सावन का महीना हिन्दू पंचांग के अनुसार चंद्रमा के आधार पर निर्धारित होता है। सावन का महीना श्रावण मास में होता है और यह करीबन 30 दिनों का होता है। इस महीने में, सोमवार का विशेष महत्व होता है और इसे भगवान शिव के समर्पित माना जाता है। सावन के महीने का आगमन कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होता है, जो जुलाई या अगस्त के आसपास पड़ती है, सावन का महीना इस बार 2 महीने का होगा। इस महीने में 8 सोमवार पड़ेंगे जो भगवान शिव के विशेष उपासना और व्रत के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यह उपासना और व्रत शिव भक्तों द्वारा अपनी मनोकामनाओं की प्राप्ति, सुख, समृद्धि, और आनंद की प्राप्ति के लिए की जाती है। भगवान शिव के समर्पित इस महीने में पूजा, जाप, ध्यान, और धार्मिक कार्यों को करने से मान्यता है कि भक्त की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और उन्हें आशीर्वाद मिलता है।
इस बार सावन के महीने में क्या है ख़ास:
सावन का महीना 4 जुलाई 2023 से शुरू होकर 31 अगस्त 2023 तक चलेगा। यह करीबन 58 दिन का होगा। इस समय के दौरान, भगवान शिव की उपासना करने वालों को आशीर्वाद और मनोकामनाएं पूरी होने की कामना की जाती है। इस बार का सावन मास वास्तव में खास है, क्योंकि यह 19 साल के बाद एक विशेष संयोग बन रहा है। यह संयोग “मेथोनिक संयोग” के रूप में जाना जाता है, जिसे आमतौर पर कुंभ मेला के दौरान देखा जा सकता है।
सावन के महीने का क्या है ख़ास महत्व
सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा और व्रत करने का महत्व व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। इस मासिक व्रत के दौरान धार्मिक अनुयायी धतूरा, बेलपत्र, चावल, चंदन, शहद आदि को भगवान शिव को चढ़ाते हैं। इस से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं। विशेष रूप से सावन के सोमवार के व्रत को पालन करने से व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में खुशहाली की प्राप्ति हो सकती है और सुख-समृद्धि की कमी नहीं रहती है। इसके साथ ही, इस व्रत का पालन करने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है और स्वास्थ्य में भी लाभ हो सकता है।
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