Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत काफी तेज हो गई है। लगभग बिहार की सभी शीर्ष पार्टियां चुनाव राजनीति के तहत अपने अपने प्रचार प्रसार में जुट चुकी हैं। बिहार की सियायत की गरमी एक दूसरे पर आरोप– प्रत्यारोप से महसूस की जा सकती है। इस बीच पटना की सड़कों पर कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार के पोस्टर के बाद कई तरह की चर्चा शुरु हो गई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार में इस बार कांग्रेस अपना जमीन तैयार करने में लगी है। यही कारण है कि पिछले दो माह में राहुल गांधी दो दफा बिहार दौरा कर चुके हैं।

पटना की सड़कों पर कन्हैया कुमार के लगे पोस्टर, बिहार में कांग्रेस की एक्टिव मोड पर
पटना की सड़कों पर कन्हैया कुमार के लगे पोस्टर, बिहार में कांग्रेस की एक्टिव मोड पर

 

कन्हैया को कांग्रेस उतार सकती है बिहार के चुनावी मैदान में 

कन्हैया कुमार के प्रति कांग्रेस की दरियादिली ये प्रमाणित कर रही है कि कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव में कन्हैया कुमार को मैदान में उतार सकती है। बीते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने कन्हैया को उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट से चुनाव लड़ाया था। अब कन्हैया कुमार अपने राज्य की राजनीति में वापसी कर रहे हैं। नीतीश सरकार के ख़िलाफ़ बीते दिनों में हुए युवाओं के आंदोलन में प्रशांत किशोर की लोकप्रियता की काट के लिए कांग्रेस इस पदयात्रा में कन्हैया कुमार को उतार रही है।

 

बिहार में नौकरी दो यात्रा से कन्हैया कुमार की होगी बिहार वापसी

राहुल गांधी के भारत यात्रा के तर्ज पर कांग्रेस बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नौकरी दो यात्रा की शुरुआत करने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक ये यात्रा आगामी 16 मार्च से 14 अप्रैल तक चलेगा। इसका नेतृत्व कन्हैया कुमार कर सकते हैं। ऐसे में इस कार्यक्रम को बिहार की सियासत में कन्हैया की वापसी के तौर पर देखा जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक यह यात्रा पूर्वी चंपारण के ऐतिहासिक गांधी आश्रम से शुरू होकर पटना तक जाएगी. करीब चार हफ्तों में चार सौ से पांच सौ किलोमीटर की यह पदयात्रा लगभग बीस जिलों से होकर निकाली जाएगी. इस दौरान रोजगार, पेपरलीक, पलायन आदि मुद्दों के ज़रिए युवाओं को पार्टी से जोड़ने की कोशिश होगी।

 

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