नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ खेली गई सीरीज़ में टीम इंडिया को 66 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। राजकोट वनडे में भारतीय टीम के सामने 353 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। इसके जवाब में बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ एक बार फिर नाकाम साबित हुए।
मिडिल ऑर्डर बनी चिंता
भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमों के बीच खेली गई सीरीज़ के तीसरे मुकाबले में टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ों के ख़राब प्रदर्शन के कारण भारत को हार का सामना करना पड़ा। विश्व कप से ठीक पहले मिडिल ऑर्डर का कमज़ोर पड़ जाना भारतीय टीम मैनेजमेंट की चिंता में इज़ाफा कर रहा है। एशिया कप में भी भारतीय टीम का मिडिल ऑर्डर कुछ ख़ास नहीं कर सका था।
एशिया कप में भारतीय टीम का पहला मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ खेला गया था। दोनों टीमों के बीच खेले गए उस मुकाबले में मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ों में सिर्फ हार्दिक पांड्या और ईशान किशन ही अच्छा प्रदर्शन करने में कामयाब हो पाए थे। वहीं सुपर 4 राउंड में बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में भी टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ों ने कुछ इसी तरह का प्रदर्शन किया था।
विश्व कप 2023 की शुरुआत होने में अब कुछ ही दिनों का समय बाक़ी रह गया है। हालांकि, इससे पहले सभी टीमों को 2-2 अभ्यास मैच भी खेलने हैं और इसी में भारतीय टीम के पास अपने मिडिल ऑर्डर को दुरुस्त करने का अच्छा मौका होगा, जिससे विश्व कप में उसे किसी भी तरह की दिक्क़त ना आए।