नई दिल्ली- बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने रविवार यानी आज यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट का समर्थन करते हुए कहा कि इससे देश मजबूत होगा और आपसी भाईचारा बढ़ेगा हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समान नागरिक संहिता के खिलाफ नहीं लेकिन बीजेपी के इसके लागू करने के तौर तरीके गलत है इससे हम सहमत नहीं है।
मायावती ने आगे कहा कि भारत में अनेक धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। अनेक तौर तरीके और रस्में रिवाज चलते हैं। जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता लेकिन दूसरी ओर देखा जाए तो अगर देश में UCC लागू होता है।तो देश मजबूत होगा साथ ही लोगों में भाईचारा भी पैदा होगा हमारी पार्टी इसके विरुद्ध नहीं लेकिन भाजपा के इसके लागू करने के तौर-तरीकों से सहमत नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि संविधान की धारा 44 में UCC लागू करने के लिए तो वर्णन है लेकिन थोपने के लिए नहीं इसके लिए जागरूकता और आम सहमति बना ही श्रेष्ठ होगा मायावती ने कहा कि UCC के मुद्दे पर राजनीति करना ठीक नहीं है। अगर बीजेपी से इसे सही तरीके से लाती तो हम साथ है। नहीं तो हम इसका विरोध करेंगे। मायावती ने कहा कि इसे लागू करने में बीजेपी की संकिण राजनीति को ज्यादा मिल रही मायावती ने कहा कि इससे धार्मिक पक्षपात नहीं होना चाहिए।
मायावती ने आगे बोलते हुए कहा कि इस समय यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट से ज्यादा सरकार को महंगाई गरीबी बेरोजगारी शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी जरूरतों के आधार से देशवासियों का दर्द बांटने में संसाधन और ऊर्जा लगाई जानी चाहिए। जिस तरीके से महंगाई चरम पर है लोग बेहाल हैं परेशान और हताश हो रहे है। सरकार उस पर ध्यान देकर काम करना चाहिए सरकार को यूनिफॉर्म सिविल कोर्ट से कुछ दिनों के लिए दिमाग हटाकर महंगाई की तरफ ध्यान देना चाहिए जिससे महंगाई कम हो सके।