नई दिल्लीः पुणे पोर्श एक्सीडेंट मामले में पुलिस अभी लगातार कार्रवाई कर रही है, जिसमें कई पर गाज गिर चुकी है। पुणे पुलिस ने अब एक और बड़ा एक्शन लेते हुए दो डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने डॉक्टर को नाबालिग आरोपी के नमूनों में छेड़छाड़ करने को लेकर गिरफ्तार किया गया है। डॉक्टर पर आरोप है कि जांच के लिए जो रक्त के नमूने लिए थे उनमें छेड़छाड़ की थी।
अधिकारियों ने यह बड़ी जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में अस्पताल के फोरेंसिक विभाग के प्रमुख को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक डॉक्टरों की पहचान अजय टावरे और श्रीहरि हरनोर के रूप में हुई है।
रक्त सैंपल से छेड़छाड़
पुणे के वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो दोनों डॉक्टर को रक्त के सैंपल में कथित रूप से छेड़छाड़ कर सबूत मिटाने के आरोपी में गिरफ्तार किया गया है। पूरे घटनाक्रम की जांच अपराध शाखा द्वारा की जा रही है। इससे पहले आरोपी किशोर के दादा को ड्राइवर को बंधक बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुणे पुलिस हर तरह से मामले की सतह पर पहुंचना चाहती है, जिसमें रोज-रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हैं। इससे पहले दो पब के मालिकों पर भी कार्रवाई हो चुकी है। दरअसल, यह पूरा मामला एक सप्ताह पहले 19 मई का है। जब सुबह दो आईटी पेशेवरों की बाइक को तेज रफ्तार पोर्श ने भयंकर टक्कर मार दी थी। टक्कर इतना तेज थी की बाइक सवार दोनों इंजीनियरों की मौत हो गई थी। कथित तौर पर दुर्घटना को अंजाम देने का आरोपी नाबालिग ही था, जो यह कार चला रहा था।
पलिस ने किया था बड़ा दावा
पुलिस का दावा है कि दुर्घटना के समय किशोर नशे में धुत था। किशोर को शुरू में किशोर न्याय बोर्ड की ओर से जमानत पर छोड़ दिया गया था। उसे सड़क दुर्घटनाओं पर एक निबंध लिखने के लिए भी कहा था, लेकिन नरम व्यवहार पर आक्रोश और पुलिस द्वारा समीक्षा आवेदन के बाद, उसे 5 जून तक पर्यवेक्षण गृह भेज दिया गया। इसके बाद पुलिस की कार्रवाई का दौर शुरू हुआ।
सबसे पहले किशोर के पिता को गिरफ्तार किया गया, जो एक रियल स्टेट कारोबारी हैं। फिर आरोपी के दादा को भी गिरफअतार किया गया या। कुछ जानकारी के अनुसार, कारोबारी के दबाव के चलते पुणे पुलिस ने कार्रवाई करने में काफी देरी की।