नई दिल्ली- 2024 में लोकसभा का चुनाव है। उससे पहले देश की राजनीति में भूचाल आया हुआ है। 28 दल एक साथ मिलकर इंडिया गठबंधन बनाने के बाद अब लगातार भारतीय जनता पार्टी की लोकतांत्रिक पार्टी यानी कि एनडीए गठबंधन को हराने के लिए उसका मुकाबला करने के लिए लगातार बैठकर की जा रही है।

इंडिया गठबंधन का दावा है। कि इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन को सत्ता से हटाना है। यानी कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव हारना है। इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है।

अभी इसे लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने बड़ा दावा किया है। अजीत पवार ने दावा करते हुए कहा कि एनसीपी के करीब सभी विधायक शरद पवार को चिट्ठी लिखकर मांग कर रहे हैं कि एनडीए गठबंधन में शामिल हो जाइए। इस दौरान अजीत पवार को लेकर अब चर्चा तेज हो गई।

आखिरकार अजीत पवार एनसीपी के प्रमुख शरद पवार को लेकर यह बयान क्यों दे रहे हैं।अजित पवार ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली बा सरकार गिर गई थी। इस दौरान विधायकों ने पवार को चिट्ठी लिखी थी।

आपको बता दे कि बीते साल जून में एकनाथ शिंदे के विद्रोह के बाद एनसीपी कांग्रेस और शिवसेना वाली ठाकरे की महा विकास सरकार पूरी तरीके से गिर गई थी। जिसके बाद उद्धव ठाकरे पर संकट छाया हुआ था। बीते साल 21 जून तक यह संकट छया रहा है। जब कई विधायक गुजरात के सूरत और उसके बाद असम वापस चले गए। और 30 जून को इसका परिणाम सामने आ गया। जबकि एकनाथ शिंदे बीजेपी के समर्थन से ही मुख्यमंत्री बने थे।

अजीत पवार ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि अगर उन्होंने जो कहा है वह गलत है तो मैं तुरंत सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लूंगा। अगर मेरा दावा सही है तो झूठ फैलाने वालों को संन्यास ले लेना चाहिए। इस साल 2 जुलाई को आठ विधायकों के साथ सीधे सरकार में शामिल हुए अजित पवार ने अपना रूप बदलते हुए कहा कि आप कोई भी खड़ा हो रहा है। और हमारे खिलाफ बोल रहा है यह बिल्कुल नहीं बर्दाश्त किया जाएगा।

यह खबरें भी पढ़ें