नई दिल्ली: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद SBI ने भी अपने ग्राहकों को दिए जाने वाले लोन की ब्याज दर में कटौती का ऐलान किया है। इसका मतलब है कि अब होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दर पहले के मुकाबले कम हो जाएगी और लोगों को पहले के मुकाबले कम EMI देनी होगी।

0.25% की कटौती की

हाल ही में RBI द्वारा रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद, देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक SBI ने भी अपनी ऋण दरों में 0.25% की कटौती की है। यह आज यानी 15 अप्रैल, 2025 से प्रभावी है। बैंक की EBLR (एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लेंडिंग रेट्स), जो वर्तमान में 8.90% है, को संशोधित कर 8.65% कर दिया गया है। SBI ने अपने RLLR (रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट) को भी संशोधित किया है, जो अब मौजूदा 8.50% से घटकर 8.25% हो गया है। इसमें CRP (क्रेडिट रिस्क प्रीमियम) शामिल नहीं है, जिसे कुल RLLR की गणना में जोड़ा जाता है।

रेपो दर में वृद्धि की जाती

RBI ने अपनी सबसे हालिया MPC बैठक में लगातार दूसरी बार रेपो दरों में 0.25% की कटौती की है, जिसकी घोषणा 9 अप्रैल, 2025 को की गई थी। वर्तमान में, रेपो दर 6.25% है। रेपो दर में गिरावट का मतलब है कि फ्लोटिंग ब्याज दर वाले ऋण का विकल्प चुनने वालों द्वारा भुगतान की जाने वाली EMI में कमी। इसी तरह, अगर रेपो दर में वृद्धि की जाती है, तो इसका सीधा मतलब है कि ऋण की ब्याज दर में वृद्धि।

EMI भुगतान में कोई बदलाव नहीं

रेपो दरों में कोई बदलाव न होने का मतलब है कि लोन लेने वालों के EMI भुगतान में कोई बदलाव नहीं होगा, जबकि रेपो दरों में कमी या बढ़ोतरी से RBI की रेपो दर से जुड़े लोन लेने वालों की EMI की राशि में तुरंत वृद्धि या कमी हो जाती है। एक दिन पहले बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी अपनी ब्याज दरों में कटौती की थी। इस बैंक ने लोन की ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की थी। जिसके बाद लोन की EMI कम हो गई है और अब 0.25 फीसदी कम ब्याज देना होगा।

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