Pan Card: आज के समय में परमानेंट अकाउंट नंबर यानी पैन कार्ड एक अहम दस्तावेज बन गया है। आयकर रिटर्न दाखिल करने, बीमा पॉलिसी लेने, प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने, बैंक खाता खोलने, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड बनवाने, लोन के लिए आवेदन करने, कार खरीदने या ज्वैलरी खरीदने के लिए पैन कार्ड जरूरी है। इनमें से ज्यादातर कामों के लिए हमें दस्तावेजों के साथ पैन कार्ड की कॉपी भी जमा करानी होती है। कई बार जेबकतरी की वजह से पर्स में रखा पैन कार्ड भी चोरी हो जाता है। या फिर घर में दस्तावेज गुम हो जाने की वजह से पैन कार्ड गुम हो जाता है।
इसकी वजह से सारे वित्तीय काम अटक जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। आप इसे 10 मिनट से भी कम समय में रीप्रिंट करा सकते हैं।
कितनी है फीस?
अगर आपका पैन कार्ड भारत के अंदर खो जाता है या चोरी हो जाता है तो आपको इसे रीप्रिंट कराने के लिए सिर्फ 50 रुपये देने होंगे।
अगर देश के बाहर पैन कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है तो 959 रुपये खर्च करने होंगे। डुप्लीकेट पैन कार्ड पाने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें
सबसे पहले आपको NSDL की आधिकारिक वेबसाइट onlineservices.nsdl.com/paam/ReprintEPan.html पर जाना होगा।
अब अपना पैन नंबर डालें।
चूंकि पैन और आधार लिंक हैं, इसलिए आपको 12 अंकों का आधार नंबर भी डालना होगा
इसके बाद आपको अपनी जन्मतिथि डालनी होगी। आपको कैप्चा डालना होगा।
इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें।
आपको अपनी सारी जानकारी स्क्रीन पर दिखने लगेगी।
इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा।
अब इसके जरिए अपना पता और पिन कोड कन्फर्म करें।
इसके बाद बाकी जानकारी भरें।
अब आपको ऑनलाइन पेमेंट करना होगा।
पेमेंट के बाद आपको एक स्लिप मिलेगी, जिसके जरिए आप अपने पैन कार्ड को ट्रैक कर पाएंगे।
पैन कार्ड के साथ कैसे होता है घोटाला?
पैन कार्ड में व्यक्ति का नाम, जन्मतिथि, फोटो, पैन नंबर और हस्ताक्षर होता है। अगर यह जानकारी किसी साइबर फ्रॉड या स्कैमर के हाथ लग जाए तो वह इसका फायदा उठा सकता है।
आपके पैन कार्ड का इस्तेमाल करके कोई घोटाला किया जा सकता है। कोई बड़ा लोन लिया जा सकता है।
कोई फर्जी कंपनी खोली जा सकती है। कोई फर्जी बैंक अकाउंट खोला जा सकता है।
फर्जी क्रेडिट कार्ड बनाए जा सकते हैं या आपकी जानकारी का इस्तेमाल करके आपका बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है।
आप ऐसे घोटालों से कैसे बच सकते हैं?
अपने पैन कार्ड की फोटोकॉपी जमा करते समय उस पर तारीख और हस्ताक्षर ज़रूर करें। साइबर कैफ़े में अपने पैन कार्ड का इस्तेमाल करते समय ख़ास तौर पर सतर्क रहें।
अपने पैन कार्ड नंबर और उससे जुड़ी गोपनीय जानकारी कभी भी अपने फ़ोन, लैपटॉप या डेस्कटॉप में न रखें।
किसी अनजान ऑनलाइन पोर्टल पर कभी भी अपना पूरा नाम, जन्मतिथि न डालें, क्योंकि इन जानकारियों का इस्तेमाल करके साइबर ठग इनकम टैक्स की वेबसाइट पर आपका पैन कार्ड नंबर पा सकते हैं।
पैन कार्ड का इस्तेमाल करके ठगी करने पर, घोटालेबाज आपके मोबाइल फोन पर पैन कार्ड अपडेट करने के नाम पर एक फर्जी लिंक भेजते हैं।
अगर आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं, तो उन्हें आपके फोन का रिमोट एक्सेस मिल जाता है।
कुछ घोटालेबाज आपको लिंक भेजकर डराते हैं और स्क्रीन शेयरिंग ऐप डाउनलोड करवाते हैं। या फिर आपको किसी फर्जी वेबसाइट पर ले जाते हैं। फिर आप डिजिटली गिरफ्तार हो जाते हैं।
इसलिए अपने फोन पर किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
अगर आप किसी अनजान वेबसाइट पर जाना चाहते हैं।
तो सबसे पहले उसका यूआरएल चेक करें। यूआरएल https से शुरू होता है। असली वेबसाइट पर http के बाद आखिर में ‘s’ लिखा होगा। s का मतलब वेबसाइट की सुरक्षा से है।
इसलिए इस बात का ख्याल रखें।
आपके पैन कार्ड के साथ कोई घोटाला या धोखाधड़ी हुई है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए समय-समय पर अपना क्रेडिट स्कोर और वित्तीय लेन-देन चेक करते रहें।