नई दिल्ली: अगर आप बहुत कम निवेश में कोई बढ़िया व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं तो पोहा (Poha) बनाने की यूनिट लगा सकते हैं। पिछले कुछ सालों में लोग पोषण के प्रति काफी जागरूक हुए हैं। पोहा पौष्टिक आहार माना जाता है और इसका इस्तेमाल नाश्ते में ज्यादा किया जाता है। इसे बनाना और पचाना आसान है। यही वजह है कि पोहा तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। यह अब उन जगहों पर भी पहुंच गया है जहां पहले लोगों को इसके बारे में पता भी नहीं था।

बाजार में खूब बिक रहा

पोहा व्यवसाय की खास बात यह है कि इसकी मांग अभी भी काफी ज्यादा है और भविष्य में इसकी मांग कम होने की कोई संभावना नहीं है। साथ ही एक और अच्छी बात यह है कि स्थानीय बाजारों में अभी तक किसी बड़ी कंपनी का इस व्यवसाय पर एकाधिकार नहीं है। इसलिए छोटी इकाइयों द्वारा बनाया गया पोहा भी बाजार में खूब बिक रहा है।

पोहा बनाने की यूनिट शुरू करने के लिए आपको ज्यादा जगह की जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर आप छोटे स्तर पर काम शुरू कर रहे हैं तो आप इसे सिर्फ 500 वर्ग फीट की जगह में भी शुरू कर सकते हैं। पोहा बनाने के लिए आपको पोहा मशीन, भट्टी, पैकिंग मशीन और कुछ अन्य उपकरण लगाने के लिए जगह की जरूरत होती है।

43 हजार रुपये खर्च होंगे

साथ ही कच्चा माल रखने के लिए भी जगह की जरूरत होती है। पोहा बनाने के लिए चावल मुख्य सामग्री है। चावल हमारे देश में हर जगह आसानी से उपलब्ध है। इसके अलावा, जरूरत की दूसरी सामग्री भी स्थानीय स्तर पर उपलब्ध है। खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) की रिपोर्ट के मुताबिक, 2.43 लाख रुपये के निवेश से पोहा बनाने की यूनिट शुरू की जा सकती है. आप करीब 500 वर्ग फीट की जगह में यह यूनिट लगा सकते हैं. इस पर आपको 1 लाख रुपये खर्च करने होंगे. वहीं, पोहा मशीन, छलनी, भट्ठी, पैकिंग मशीन, ड्रम आदि पर आपको 1 लाख रुपये खर्च करने होंगे. इस तरह आपका कुल खर्च 2 लाख रुपये होगा, जबकि वर्किंग कैपिटल के तौर पर सिर्फ 43 हजार रुपये खर्च होंगे.

फायदा उठा सकते हैं

प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, एक हजार क्विंटल पोहा बनाने पर कुल 8.60 लाख रुपये का खर्च आता है. एक हजार क्विंटल पोहा 10 लाख रुपये में आसानी से बेचा जा सकता है. इस तरह आप करीब 1.40 लाख रुपये कमा सकते हैं. आपकी कमाई इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितना माल बनाते हैं और उसे कितनी जल्दी बेचते हैं.

माल की खपत जितनी ज्यादा होगी, आपकी कमाई भी उतनी ही ज्यादा होगी. केवीआईसी की इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आप ग्रामोद्योग रोजगार योजना के तहत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करके लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको करीब 90 फीसदी लोन मिल सकता है। केवीआईसी हर साल ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए लोन देता है। आप भी इसका फायदा उठा सकते हैं।

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