cooler Cold Air:  अप्रैल से ही गर्मी इतनी तेज पड़ रही है कि लोगों का हाल बेहाल है। कई शहरों में तो पारा 45 डिग्री को पार कर चुका है। सुबह 9-10 बजते ही सूरज तपने लगता है। कहीं भी बाहर निकलने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है। हालांकि, जो लोग ऑफिस में रहते हैं, उन्हें तो फिर भी 8-9 घंटे गर्मी से राहत मिल जाती है, लेकिन जो लोग घर में रहते हैं, उनके लिए पंखे की गर्म हवा में दिन-रात गुजारना मुश्किल हो रहा है।

गर्मी से बचने के लिए लोग कूलर भी चलाते हैं, लेकिन इससे भी घर कम ठंडा, चिपचिपा और उमस भरा रहता है। अब हम दिनभर एसी भी नहीं चला सकते, तो ऐसा क्या किया जाए कि कूलर तो ठंडा करे लेकिन कमरे में उमस न भरे। आइए जानते हैं कि कूलर की वजह से कमरे में होने वाली उमस की समस्या को हम कैसे दूर कर सकते हैं…

कूलर की वजह से कमरे में होने वाली उमस को ऐसे करें दूर

– कूलर, एयर कंडीशनर की तुलना में कमरे को ठंडा रखने का सस्ता तरीका है। ज्यादातर लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। जिन लोगों के पास एसी नहीं है, उनके लिए इस जानलेवा गर्मी में ठंडा रहने के लिए कूलर ही एकमात्र सहारा है। हालांकि, कूलर को गलत तरीके से रखने से उमस की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में कूलर में बैठना भी मुश्किल हो जाता है। अगर आपने कूलर को कमरे के अंदर रखा है, तो उसे ऐसी जगह पर रखें, जहां से कूलर की ठंडी हवा कमरे के अंदर आए और अंदर की गर्म हवा बाहर जा सके। इसके लिए कूलर को बालकनी, कमरे की खिड़की, दरवाजे के पास रखें। इससे उमस की समस्या दूर होगी।

जब आप कूलर को कमरे के अंदर रखते हैं और सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद कर देते हैं, तो कमरे के अंदर की गर्म हवा बाहर नहीं आ पाती है। तेज गर्मी के कारण कूलर में मौजूद पानी हवा में नमी बढ़ा देता है, जिससे चिपचिपाहट और उमस होती है।

-अगर कमरे में खिड़की या बालकनी ऐसी जगह बनी है, जहां कूलर रखना संभव नहीं है, तो कूलर का सिर्फ पंखा चलाएं और पानी का पंप बंद रखें। आप चाहें तो कूलर में मौजूद खस को पानी से गीला कर लें। पंखा चालू करने से ठंडी हवा धीरे-धीरे अंदर आएगी। पानी का पंप लगातार चलाने से कमरे के अंदर नमी भी बढ़ जाती है।