Business idea: गर्मी का मौसम आते ही ठंडे और ताज़गी देने वाले पेय पदार्थों की मांग तेजी से बढ़ जाती है. इस मौके को पहचानते हुए बनारस से रायपुर आए मनीष गुप्ता ने आम पना का कारोबार शुरू किया, जो अब शहर में काफी लोकप्रिय हो चुका है. उनकी दुकान ‘आरोही जलजीरा सेंटर’ रायपुर के मरीन ड्राइव इलाके में स्थित है. आम पना के अलावा यहां नींबू पानी, बेल का जूस, लस्सी और सत्तू का जूस भी मिलता है, लेकिन सबसे ज्यादा मांग आम पना की है. इसे और स्वादिष्ट बनाने के लिए मनीष खास मसालों का इस्तेमाल करते हैं, जिन्हें वे खुद तैयार करते हैं.
दो साल से कर रहे हैं कारोबार
आम पना बनाने के लिए बाजार से ताजे और कच्चे आम लाए जाते हैं. इन्हें उबालने के बाद छिलका हटाकर गूदा निकाला जाता है और इसमें पुदीना, जलजीरा, भुना जीरा, काला नमक, चीनी और कुछ खास मसाले मिलाए जाते हैं. ग्राहक को परोसने से पहले थोड़ा टेस्ट किया जाता है और पसंद आने पर पूरा गिलास दिया जाता है. मनीष बताते हैं कि उन्हें आम पना का कारोबार करते हुए दो साल हो गए हैं. उनका कहना है कि कोई भी काम छोटा नहीं होता, अगर ईमानदारी और मेहनत से किया जाए तो उससे अच्छी कमाई की जा सकती है।
प्रतिदिन की आय 3 हजार
मनीष ने बताया कि इस छोटे से व्यवसाय से वह प्रतिदिन करीब 3,000 रुपये कमा लेते हैं। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए ज्यादा लागत की जरूरत नहीं है। अगर किसी के पास अपना ठेला है तो यह व्यवसाय महज 35,000 रुपये में शुरू किया जा सकता है और अगर ठेला किराए पर लेना है तो 25,000 रुपये में शुरू करना संभव है। गर्मी के मौसम में आम के पना की मांग तेजी से बढ़ जाती है, जिसके कारण इस व्यवसाय में अच्छा मुनाफा होता है। मरीन ड्राइव पर आने वाले कई ग्राहक मनीष के आम के पना के मुरीद हो गए हैं।
कम पूंजी में कर सकते हैं आम के पना का व्यवसाय
मनीष कहते हैं कि जो लोग कम निवेश में अपना व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, उनके लिए आम के पना का व्यवसाय बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है। यह न सिर्फ अच्छी आय का जरिया बन सकता है, बल्कि लोगों को हेल्दी ड्रिंक उपलब्ध कराकर सकारात्मक योगदान भी दे सकता है।
गर्मियों में जब लोग ठंडे पेय पदार्थों के अलावा कुछ प्राकृतिक और लाभकारी विकल्प तलाशते हैं, तो आम पन्ना एक आदर्श पेय बन जाता है। स्वाद और सेहत के अनोखे मेल के कारण इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है।
मनीष जैसे युवा उद्यमियों के प्रयासों से न केवल वे खुद आर्थिक रूप से मजबूत हो रहे हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन रहे हैं। भविष्य में ऐसे व्यवसायों की संभावनाएं और भी बढ़ सकती हैं।










